सड़क पर जनसैलाब: नासिक से 200 किमी पैदल चलकर मुंबई पहुंचेंगे 10 हजार किसान..क्या ‘अन्नदाता’ की समस्याओं का निकलेगा समाधान?
महाराष्ट्र में एक बार फिर हजारों किसान सड़कों पर उतर आए हैं. नासिक के करीब 10 हजार किसानों पैदल चलकर मुंबई पहुंच रहे हैं. किसानों की मांग पर महाराष्ट्र सरकार क्या कर रही है, आइए जानते हैं
ऐजेंसियां
महाराष्ट्र के नासिक के डिंडोरी से किसानों का पैदल मार्च शुरू हो गया है. लगभग 10 हजार किसानों का ये जत्था 200 किलोमीटर पैदल चलकर मुंबई के आजाद मैदान में पहुंचे.
सड़कों पर दिखा किसानों का सैलाब
नासिक से मुंबई जाने वाली सड़कों पर किसानों का सैलाब उमड़ आया है. ये किसान लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं. किसानों के पैदल मार्च के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
क्या है किसानों की मांग?
किसानों की सरकार से कई मांगे हैं जिनमें से मुख्य है प्याज को MSP के दायरे में लाया जाए. प्याज के सरकारी दाम तय किए जाएं. इसके अलावा प्याज का उत्पादन करने वाले किसानों को 600 रुपये प्रति कुंतल की आर्थिक सहायता दी जाए. वहीं किसानों का कहना है कि सरकार 2000 रुपये प्रति कुंतल पर प्याज की खरीददारी करे.
इसके अलावा किसानों को कृषि कार्यो हेतु कम से कम 12 घंटे की बिजली सप्लाई दी जाए. किसानों का कृषि कर्ज माफ हों और फसल नुकसान पर मुआवजा दिया जाए वहीं लंबे समय से वनभूमि जोत रहे आदिवासियों को 4 हेक्टेयर तक की जमीन पर मालिकाना हक दिया जाए. इसके अलावा सोयाबीन, कपास और तुअर दाल के गिरते दामों पर रोक लगाई जाए और किसानों को लाभदायक मूल्य दिया जाए.
क्या कर रही है महाराष्ट्र सरकार?
उधर किसानों के इस प्रोटेस्ट पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि प्याज का इस साल बहुत ज्यादा उत्पादन हुआ है उन्होंने प्याज उत्पादकों को 300 रुपये प्रति कुंतल की आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कही है.
महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्रियों को पैदल मार्च निकाल रहे किसानों से बातचीत करने को कहा गया है. शिंदे सरकार के दो कैबिनेट मंत्री दादा भूसे और अतुल सावे को किसानों से मीटिंग करके उनकी समस्याओं का समाधान निकालने की जिम्मेदारी दी गई है. दादा भूसे ने कहा कि किसानों के साथ वे मीटिंग करेंगे और उनकी 14 मांगों को कानूनी दायरे में पूरा करने की कोशिश करेंगे.
उधर महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप शिंदे सरकार पर लगाया है. विपक्षी दलों ने किसानों के पैदल मार्च पर सरकार को घेरा है. नेता विपक्ष अजीत पवार और भाकपा विधायक विनोद निकोले ने सदन में कहा कि सरकार को किसानों की मांग पर ध्यान देना चाहिए और किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए.