डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना भारत, साल 2024 से पहले खुलेंगी 2 लाख डेयरी, पीेएम ने लंपी वायरस पर कही ये बड़ी बात..!!
दुग्ध उत्पादन में नंबर 1 देश है भारत
किसानों के लिए भारत के डेयरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आय के साधन हैं. पीएम ने कहा कि किसानों की मदद से ही भारत दुनिया में सबसे अधिक डेयरी उत्पादन वाला देश बन गया है।
पीएम ने कहा कि 2014 में देश में 14 करोड़ 60 लाख टन दूध का उत्पादन किया था जो अब बढ़कर 21 करोड़ टन हो गया है। यह करीब 44 प्रतिशत की वृद्धि है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है डेयरी उद्योग
प्रधानमंत्री ने कहा कि डेयरी क्षेत्र देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है. गांव खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में 75 प्रतिशत योगदान नारी शक्ति का है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार संतुलित डेयरी पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर ध्यान दे रही है।
डिजिटल क्रांति डेयरी क्षेत्र तक भी पहुंची है और डिजिटल भुगतान प्रणाली दुनिया भर के किसानों की मदद कर रहा है।
महिलाओं ने डेयरी क्षेत्र को बनाया समृद्ध
प्रधानमंत्री ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में महिला शक्ति का प्रमाण दिखता है. महिलाओं ने ही इस क्षेत्र को समृद्ध बनाया है क्योंकि लगभग 70 फीसदी महिलाओं डेयरी उद्योग से जुड़ी हैं.
इसलिए महिलाएं ही इस क्षेत्र की वास्तविक कर्णधार हैं। पीएम के मुताबिक साढे आठ लाख करोड रुपए से अधिक का डेयरी क्षेत्र गेंहू और चावल के संयुक्त उत्पादन से अधिक है।
लंपी वायरस से बचाने के लिए वैक्सीन हुई विकसित
प्रधानमंत्री ने कहा देश के कई राज्यों में लम्पी वायरस मवेशियों के लिए खतरा बना हुआ है. पशुओें को बचाने के लिए स्वदेश में ही वैक्सीन विकसित कर लिया गया है।
श्री मोदी ने कहा कि प्लास्टिक मवेशियों के लिए खतरा बन गया है. सरकार एक ही बार में प्रयोग किए जाने वाले प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने के लिए संकल्पबद्ध है।
2 लाख नई डेयरियां होंगी स्थापित
वहीं ग्रेटर नोएडा में विश्व डेयरी सम्मेलन 2022 को संबोधित करते हुए, गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2024 के चुनाव से पहले देश में 2 लाख और डेयरियां स्थापित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि 1 करोड़ 80 लाख किसान सहकारिता क्षेत्र के माध्यम से डेयरियों से जुड़े हैं। डेयरी क्षेत्र में सहकारी संस्थाएं महिलाओं को सशक्त बनाती हैं और विभिन्न स्तरों पर ग्रामीण विकास में मदद करती हैं।
लाखों छोटे और बड़े किसानों के योगदान से भारत दुनिया डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन गया है. उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था बन गया है.
उन्होेंने उम्मीद जताई कि सबके योगदान से आने वाले वर्षों में ये दुनिया की तीसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।