जस्टिस यू यू (उदय उमेश) ललित बने देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश, जानिए कितने वर्षों से रहा है वकालत से नाता?
देश के नए मुख्य न्यायाधीश यूूयू ललित होंगे. आज यानि 27 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में उन्हें शपथ दिलाई गई. वे लगभग 3 महीने तक इस पद पर रहेंगे. उनका परिवार की 3 पीढ़ियां वकालत के पेशे से जुड़ी रही हैं.
कौन हैं जस्टिस उदय उमेश ललित?
जस्टिस ललित का जन्म 9 नवंबर, 1957 को हुआ था. उन्होंने 1983 में एडवोकेट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। वह 1985 तक बॉम्बे हाई कोर्ट के वकील रहे। 2004 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट के तौर पर कार्य किया. 2 जी घोटाले में उन्होंने विशेष सरकारी अधिवक्ता के तौर पर सीबीआई का पक्ष रखा था.
वह अगले 75 दिन तक सुप्रीम कोर्ट के मुखिया रहेंगे. वकालत से उनके परिवार का नाता पिछले 100 साल से भी ज्यादा का रहा है.
जस्टिस ललित के दादा जी महाराष्ट्र के सोलापुर में वकालत का काम किया करते थे. इसके बाद इनके पिता उमेश रंगनाथ ललित ने भी वकालत की और हाई कोर्ट के जज भी बने. वहीं जस्टिस ललित के दो बेटे हैं जिनमें से एक वकालत कर रहे हैं.
कानून मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
कानून मंत्रालय की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 124 के उपबंध-दो के प्रावधानों के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश उदय उमेश ललित को भारत का प्रधान न्यायाधीश नियुक्त करती हैं. उनकी नियुक्ति 27 अगस्त, 2022 से प्रभावी होगी.’’
निवर्तमान सीजेआई एन. वी. रमणा ने न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किये जाने पर बधाई दी. न्यायमूर्ति ललित का कार्यकाल तीन माह से कम का होगा. वह 8 नवम्बर 2022 को 65 वर्ष की उम्र में रिटायर होंगे.