नोएडा. भ्रष्टाचार की नींव पर बनी करोड़ों की इमारत खाक हो गई है. अब करप्शन की ये इमारत इतिहास में दर्ज हो गई है. आज दोपहर 2.30 बजे लगभग 3700 किलोग्राम विस्फोटकों के द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया गया है. इन ट्वीन टॉवर के गिरने से लगभग 80 हजार टन मलबा हुआ है, इसका क्या होगा? आइए जानते हैें:
नोएडा अथॉरिटी और बिल्डर की मिलीभगत से बने ये टावर दुनिया भर में एक मिसाल बनेंगे. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए इस घटना के उदाहरण दिए जाएंगे.
मलबे का क्या होगा?
ट्विन टावर के ब्लास्ट होते ही 3 किलोमीटर तक धुएं का गुबार उठा. लगभग 9 सेकंड में ध्वस्त हुए इस टावर से निकलने वाले लोहे का वजन करीब 7000 टन माना जा रहा है, साथ ही इस में निकलने वाले मलबे का वजन लगभग 80 हज़ार टन बताया जा रहा है. ये लगभग 15 करोड़ में बिकेगा.
नोएडा अथॉरिटी के जनरल मैनेजर प्लानिंग इश्तियाक अहमद के मुताबिक कि इस मलबे को 1300 से 1400 ट्रकों के चक्करों से हटाया जाएगा, लगभग 35000 टन मलबे को 4 से 5 हेक्टेयर खाली जमीन पर फेंक दिया जाएगा और बाकी बचे मलबे को ट्विन टावर की जगह, जहां पर गड्ढा हुआ है उसमें व्यवस्थित कर दिया जाएगा.
ध्वस्त करने कितने हुए खर्च?
इन ट्विन टॉवर्स को ब्लास्ट करने में लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इन ट्विन टावर से निकलने वाले धुएं से आने वाले 3 से 4 दिनों तक लोगों को परेशानी हो सकती है. बच्चे और बुजुर्गों को मास्क लगाकर रहने की सलाह दी गई है.
इससे निकलने वाले धूल के मोटे कण तुरंत ही जमीन पर गिर जाएंगे, लेकिन जो छोटे कण हैं, वे हवा में ही रहेंगे! इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
बारिश होने पर स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी, लेकिन लोगों को फिर भी सावधानी बरतनी पड़ेगी! क्योंकि इस मलबे में सीमेंट के कण पाए जाएंगे, जो श्वांस के साथ शरीर के अंदर जाकर बाद में बड़ी दिक्कत खड़ी कर सकते हैं, इसलिए डॉक्टर के द्वारा लोगों को संपूर्ण सुरक्षा में रहने की बात कही गई है.