कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, क्या 2024 में कांग्रेस से जुड़ पाएगी देश की जनता?
दीपा मिश्रा
नई दिल्ली. देश में 2024 को होने वाले लोकसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा की आज से शुरूआत कर रही है. हाल ही में गुलाम नबी आज़ाद जैसे बड़े नेता के अलावा अन्य कई नेता कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं ऐसे में सवाल उठता है कि अपने नेताओं को जोड़कर रखने में फेल हुई पार्टी क्या देश के लोगों को अपने साथ जोड़ पाएगी? आइए जानते हैं:
कहां से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा?
इस यात्रा का शुभारंभ तमिलनाडु के कन्याकुमारी से हुआ जहां राहुल गांधी ने यात्रा शुरू करने से पहले श्रीपेरंबुदुर में अपने पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि “नफरत की वजह से मैंने अपने पिता को खोया, लेकिन अब देश नहीं खो सकता हूँ”. साथ ही वे पद यात्रा से पहले विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मेमोरियल भी गए।
इसके बाद राहुल गांधी ने भारत जोड़ो पद यात्रा का शुरुआत कन्याकुमारी से हरी झंडी दिखाकर किया। ये यात्रा 150 दिनों तक चलेगी जो 12 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी।
यात्रा में हर दिन 25 किलोमीटर की दूरी तय की जायेगी और 150 दिनों में कुल 3570 किलोमीटर की दुरी तय कर कन्याकुमारी से कश्मीर तक का सफर तय किया जाएगा। यात्रा कश्मीर पहुंच कर समाप्त होगी।
क्या है यात्रा के उद्देश्य ?
कांग्रेस ने भारत जोड़ो पद यात्रा के तीन उद्देश्य बताए हैं :
1. केंद्र में NDA की सरकार के दौरान देश में बढ़ रहे आर्थिक असमानता के खिलाफ।
2. जाति, धर्म, भाषा, नस्ल और रंग के आधार पर बढ़ रहे भेदभाव और अपराध के खिलाफ।
3. केंद्र सरकार द्वारा सत्ता और सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ।
4. बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ
कितने तरह के होंगे यात्री?
भारत जोड़ो पद यात्रा में होंगे 3 तरह के यात्री होंगे-
• भारत यात्री – पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ 100 यात्री ऐसे होंगे, जो शुरू से लेकर आखिर तक उनके साथ चलेंगे। उन्हें भारत यात्री कहा जाएगा।
• प्रदेश यात्री – जिन प्रदेशों से यह यात्रा निकलकर गुजरेगी, वहां से 100-100 लोग इसमें शामिल होंगे। जिन्हें प्रदेश यात्री कहा जाएगा।
• अतिथि यात्री – वह प्रदेश जहां से यह यात्रा नहीं गुजर रही है, वहां से भी 100-100 लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। यह लोग अतिथि यात्री कहलाएंगे।
यात्रा से जुड़ पाएगी जनता?
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा दरअसल आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता से जुड़ने के उद्देश्य के साथ की जा रही है.
इस यात्रा से पार्टी महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बीजेपी की पोल खोलेगी और इस तरह से जनता का विश्वास जीतकर उनका जनसमर्थन हासिल करने की कोशिश करेगी लेकिन क्या ऐसा हो पाएगा, ये तो 2024 के चुनाव परिणाम ही बताएंगे?