KBC 14: कोल्हापुर की 12वीं पास महिला ने जीते 1 करोड़ रुपए, जानिए 22 साल से शो में आने के लिए कैसे कर रही थीं तैयारी?
कविता चावला महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं. वे केबीसी यानि कौन बनेगा करोड़पति सीजन-14 की पहली करोड़पति बनी हैं.
रंग लाई 22 साल की मेहनत
कविता के मुताबिक साल 2000 में पहली बार उन्होंने केबीसी शो देखा था तभी से उनका सपना था कि एक दिन मुझे भी बच्चन साहब के सामने हॉट सीट पर बैठना है.
उन्होंने पढ़ाई भले ही 12वीं तक की हो लेकिन इस शो में आने के लिए वे लगभग 22 साल से लगातार पढ़ाई भी कर रही थीं ताकि इस शो में मौका मिल सका. उनकी ये मेहनत रंग लाई और वे 1 करोड़ रुपए जीतने में सफल हुईं.
जैकपॉट सवाल को क्यों छोड़ा?
कविता ने आखिरी सवाल को छोड़ना जरूरी समझा क्योंकि उनको इसका सही जवाब नहीं पता था और सारे लाइफ लाइन भी बंद हो चुकी थी.
अगर वे रिस्क लेती तो गेम के रुल्स के मुताबिक 75 लाख ही मिलते इसलिए वे 16वें सवाल का सही जवाब देकर 1 करोड़ करोड़ लेकर क्विट कर दिया. इस तरह से 7.5 करोड़ रुपए के 17वें सवाल को उन्होंने छोड़ दिया
कविता चावला का परिवार
कविता चावला के पिता का नाम गुरुबख्श राय निरंकारी है. उनकी प्राइमरी एजुकेशन कोंकण से ही हुई।
10वीं की पढ़ाई के बाद उनके पिता आगे की पढ़ाई करवाने के पक्ष में नहीं थे लेकिन, लेकिन टीचर्स के समझाने पर उन्होंने मुझे 12वीं तक पढ़ने दिया। घर की खराब आर्थिक स्थिति के कारण इसके आगे की पढ़ाई के लिए वे अपने पिता को नहीं कह सकीं।
कविता की शादी 1999 में हो गई थी उनके पति विजय चावला की कपड़े की दुकान है। साल 2000 में वे एक बेटे की मां बन गई। उन्होंने बेटे को गोद में लेकर 3 जुलाई, 2000 को केबीसी सीजन-1 का पहला एपिसोड टीवी पर देखा था तभी से केबीसी में जाने का सपना उन्होंने देखा।
पहले भी KBC के लिए की कोशिश, लेकिन नहीं मिली सफलता
केबीसी में जाने के लिए साल 2000 से ही कविता पढ़ाई कर रही थीं. साल 2012 में पहली बार केबीसी से कॉल भी आया, लेकिन आगे की प्रॉसेस वे समझ नहीं पाई इसलिए केबीसी में नहीं पहुंच पाई।
इसके 6 साल बाद 2018 में फिर कॉल आई, तब एक सवाल गलत हो गया। 2020 में ऑडिशन राउंड तक पहुंची, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ।
साल 2021 में मैं केबीसी के टॉप-10 कंटेस्टेंट में शामिल हुई, लेकिन कंप्यूटर की नॉलेज नहीं थी, इसलिए फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड में तेजी से जवाब नहीं लॉक कर पाई तो हॉट सीट तक नहीं पहुंच पाईं
बेटे ने की मदद
कविता बताती हैं कि इतनी कोशिश के बाद भी वे हिम्मत नहीं हारीं, उनके बेटे विवेक ने कंप्यूटर सिखाया, टेक्नोलॉजी सिखाई. तब कहीं जाकर केबीसी के सीजन-14 में हॉट सीट तक पहुंची और 1 करोड़ रुपए जीते.
1 करोड़ रुपए कहां करेंगी खर्च?
कविता ने अपनी जीत का श्रेय अपने परिवार को दिया. जीते हुए पैसों का क्या करेंगी, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि विदेश में बेटे की पढ़ाई पूरी कराने के लिए लोन ले रखा है। इसलिए सबसे पहले तो लोन चुकाएंगे. बाकी बचे हुए पैसे उसकी आगे की पढ़ाई पर खर्च करेंगे।