स्मार्ट सिटी या सैलाब सिटी: बारिश से बदहाल हुआ दिल्ली एनसीआर..कहां है सिस्टम, कहां है सरकार?
दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे शहरों में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से लोग परेशान हो गए हैं. जगह जगह जलभराव और ट्रैफिक जाम की परेशानी है. आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गुरुग्राम में भारी जलभराव हो रखा है। शहर के राजीव चौक पर स्थित अंडरपास में पानी ऊपर तक भरा है। इस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग का कहना है कि यूपी, दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले 48 घंटे भी बारिश का दौर जारी रहेगा। दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
विभाग के मुताबिक, कुछ जगहों पर तेज बारिश की संभावना है। इसको लेकर विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। अधिकतम तापमान 27 व न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इसके अगले दिन भी बारिश का दौर जारी रहेगा।
वहीं भारी बारिश के चलते नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में आठवीं तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
दिल्ली एनसीआर हो या बेंगलुरू जैसी आईटी सिटी…भारी बारिश के दौरान ये स्मार्ट सिटीज, सैलाब सिटी बन जाती हैं. भारी बारिश, जलभराव और ट्रैफिक जाम से लोग लाचार हो जाते हैं, लोगों की परेशानियां बढ़ जाती हैं तो इन समस्याओं के लिए कौन जिम्मेदार है.
इसके लिए मौसम जिम्मेदार नहीं है, उस सिस्टम से जुड़ें लोग जिम्मेदार हैं जो अपना काम सही से नहीं करते चाहे वह नगर निगम हो, पीडब्लुडी हो या केंद्र और राज्य सरकार हो. हर साल बारिश आती है, अपने साथ ऐसी ही समस्याएं लाती हैं लेकिन भारी बारिश के दौरान भी पानी की बेहतर निकासी हो सके और जल भराव की समस्या का समाधान नहीं होता.
कागजों पर होता है सारा काम
पीडब्ल्यूडी सहित सभी विभाग जलभराव की समस्या को रोकने के कागजों पर लंबी लंबी योजनाएं बनाते हैं. दिल्ली में शार्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म नीतियां तैयार की गई थीं लेकिन उनका पालन नहीं हुआ, अगर हुआ होता तो आज ये समस्याएं नहीं होती. वहीं अब पीडब्ल्यूडी ने कहा है कि 147 स्थानों को चिन्हित किया गया है, वहां पर जल्द ही पानी की निकासी की व्यवस्था की जाएगी.