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2 अक्टूबर को होती है 2 महापुरुषों की जयंती: गांधी जी और शास्त्री जी से जुड़े अनसुने तथ्य जानिए..!!
ऐश्वर्या जौहरी
‘जय जवान जय किसान’ का नारा देने वाले स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गाँधी इन दो महापुरुषों की आज जयंती है.
महात्मा गांधी से जुड़े तथ्य
- देश आज महात्मा गाँधी की 153 वीं जयंती मना रहा है. महात्मा गांधी को सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई 1944 को रेडियो रंगून से पहली बार ‘राष्ट्रपिता’ कहा था.
- 1931 में इंग्लैंड में रहते हुए गाँधी जी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए अपना पहला रेडियो प्रसारण किया। ऑल इंडिया रेडियो यानि आकाशवाणी के दिल्ली केंद्र में महात्मा गांधी सिर्फ एक बार 12 नवंबर 1947 को आए थे.
- महात्मा गाँधी को 1930 में टाइम मैगजीन ने मैन ऑफ द ईयर घोषित किया था। ये सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय थे।
- महात्मा गाँधी आयरिश स्वर में अंग्रेजी बोलते थे क्योंकि उनके पहले शिक्षकों में से एक शिक्षक आयरिश थे।
- महात्मा गाँधी को पाँच बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था लेकिन उन्होंने कभी ये पुरस्कार मिला नहीं
- भारत के बाहर 48 सड़कों और देश में 53 सड़कों का नाम महात्मा गाँधी के नाम पर रखा गया है।
- भारतीय मुद्रा रूपए पर जो गाँधीजी की मुस्कुराती हुई तस्वीर है इसके बारे में लोगों को लगता है कि यह हाथ से बनाई गई तस्वीर है लेकिन वास्तव में यह 1946 में एक फोटोग्राफर ने ये फोटो खींची थी।
- महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटीन ने महात्मा गांधी के बारे में कहा था कि आने वाली पीढ़ियां शायद ही ये यकीन करें कि इस धरती पर हांड मांस से बना ऐसा कोई व्यक्ति आया था.
लाल बहादुर शास्त्री जी से जुड़े तथ्य
- उनका बचपन अपने चाचा के यहां वाराणसी में बीता. वे हाई स्कूल की पढ़ाई के लिए वे कई मील पैदल चलकर स्कूल जाया करते थे।
- शास्त्री जी के बचपन में उन्हें घर पर ‘नन्हें’ कहा जाता था।
- उन्होंने काशी विद्या पीठ से उच्च शिक्षा प्राप्त की. यहीं उन्हें ‘शास्त्री’ की उपाधि दी गई लेकिन समय के साथ यह उपाधि उनके नाम का हिस्सा बन गई।
- शास्त्री जी उत्तर प्रदेश राज्य की कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें राज्य में संसदीय सचिव नियुक्त किया और वह जल्द ही गृह मंत्री के पद तक पहुँचे।
- 27 मई 1964 को जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद वे भारत के दूसरे प्रधान मंत्री बने। 9 जून 1964 को उन्होंने प्रधान मंत्री का पद संभाला।
- 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जब देश को भोजन की कमी का सामना करना पड़ा तब उन्होंने देशवासियों से एक वक्त का भोजन त्यागने की अपील की, उन्होंने खुद भी इसका पालन किया.
- लाल बहादुर शास्त्री को मरणोपरांत 1966 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और दिल्ली में उनके लिए एक स्मारक विजय घाट बनाया गया था।
- लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर आईएएस अधिकारियों को ट्रेनिंग देने वाले इंस्टीट्यूट लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) की स्थापना मसूरी में की गई है.
- इसके अलावा उनके नाम पर श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना नई दिल्ली में की गई है.