‘करप्शन’ की सड़क : पूर्वांचल एक्सप्रेस और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का हाल…बेहाल…कौन है ज़िम्मेदार…ख़बर लेगी सरकार..?
लखनऊ: देश भर में बड़े-बड़े एक्सप्रेस वे और हाईवे बन रहे हैं. सरकार का दावा है कि इससे विकास की रफ्तार तेज होगी लेकिन इस रफ्तार में भ्रष्टाचार के रोड़े दिखाई दे रहे हैं.
इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यूपी में 13 एक्सप्रेस वे होंगे जो राज्य में विकास की रफ्तार को और तेज करेंगे लेकिन बारिश ने इन एक्सप्रेस वे की पोल खोल दी है.
पीएम मोदी ने 16 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया. इसके एक हफ्ते के अंदर ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बारिश के पानी में कट जाने की खबरें आने लगीं। फिर इसकी मरम्मत करवाई गई.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की हक़ीक़त
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में बनी क्वॉलिटी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. बारिश ने 11 महीने पहले बना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की पोल खोल दी है. सुलतानपुर में 6 अक्टूबर की रात एक्सप्रसेवे पर 15 फीट का गड्ढा हो गया। इसमें एक कार गिर गई। इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन पीएम मोदी ने 16 नवंबर 2021 को किया था।
बरसात में कुवांसी-हलियापुर के बीच एक्सप्रेस वे के अंडर पास की बीम दरकी थी। अंडरपास की रेलिंग और फुटपाथ की मिट्टी बह गई थी। सड़क में दरार आ गई थी। ऐसे में सड़क बनाने में प्रयोग किए मैटीरियल की क्वॉलिटी पर सवाल उठने लगे. एक्सपर्ट्स के मुताबिक सड़क बनाने के मानकों को ध्यान में नहीं रखा गया।