पहली बार इस ट्रेन को मिला ‘सात्विक सर्टिफ़िकेट’: जानिए किस आधार पर मिला सर्टिफ़िकेट..!!
सुज़ैन ख़ान
भारतीय रेल दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में से एक है. एक तरफ जहां इंडियन रेलवे देश में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देती है तो दूसरी तरफ यात्रियों को यादगार यात्रा भी करवाती है. बहुत से लोगों के लिए ट्रेन की यात्रा की बात बहुत ही मनोरंजक होती है. देश में पहली बार एक ट्रेन को सात्विक सर्टिफिकेट मिला है तो आइए जानते हैं कौन सी है ये ट्रेन और किस आधार पर मिला है ये सर्टिफिकेट?
ट्रेन यात्रा के लिए कई लोग घर का खाना लेकर जाते हैं तो कई यात्री ट्रेन में उपलब्ध खाना खाते हैं. अक्सर ट्रेन में रिजर्वेशन कराते समय वेज और नॉन वेज खाने का ऑप्शन होता है. यात्री अपनी पसंद के अनुसार किसी भी तरह के खाने की च्वाइस दे सकते हैं.
इस ट्रेन में मिलता है सिर्फ वेजेटेरियन फूड
हम आपको ऐसे ही पहली ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें सिर्फ़ शाकाहारी खाना ही दिया जाता है. इस ट्रेन का नाम है वंदे भारत एक्सप्रेस. वैसे तो वंदे भारत एक्सप्रेस नाम की कई ट्रेनें अलग अलग जगह जाती है लेकि दिल्ली से जम्मू कश्मीर के कटरा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सिर्फ़ वेजीटेरियन फूड उपलब्ध कराया जाएगा. इस फैसले से माता वैष्णो देवी जाने वाले भक्त बेहद खुश हैं.
इस ट्रेन को मिला सात्विक सर्टिफ़िकेट
सात्विक काउंसिल ऑफ़ इंडिया और आईआरसीटीसी में समझौते के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस को सात्विक सर्टिफ़िकेट दिया गया है.
साथ ही इसमें किसी भी यात्रियों को नॉन वेज लाने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. ट्रेन के यात्रियों को मिलने वाले खानों को लेकर काफ़ी आशंका होती है कि वह खाना मांसाहारी है या शाकाहारी और कुछ लोगों को तो ऐसा भी लगता है कि खाना बनाते समय सफ़ाई का ध्यान नहीं दिया जाता होगा इसलिए लोग ट्रेन का खाना खाना पसंद नहीं करते हैं इसी कारण से रेलवे ने यह ज़रूरी क़दम उठाया है.
इस सर्टिफ़िकेट देने का आधार है कि कौन सा भोजन है, कैसे पकाया जाता है, कैसे परोसा जाता है, खाने की क्वालिटी कैसी है, इस तरह के कई पैरामीटर्स के आधार पर सात्विक सर्टिफिकेट दिया जाता है.