आस्था पर आक्रोश: केजरीवाल के मंत्री हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ ले रहे हैं शपथ…नेता क्यों भूल जाते हैं संविधान की शपथ?
नई दिल्ली. आपने अक्सर मंत्री बनने वाले नेताओं को संविधा की शपथ लेते देखा होगा लेकिन कुछ नेता अपनी इस शपथ को भुला देते हैं और किसी धर्म और उसके देवताओं के खिलाफ शपथ लेते दिखाई देते हैं. अरविंद केजरीवाल के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भगवान राम, कृष्ण जैसे देवताओं की पूजा के नहीं करने की शपथ ले रहे हैं जिसके बाद किस तरह से सियासी घमासान छिड़ गया है, आइए जानते हैं.
दशहरे के दिन दिल्ली करोलबाग के रानी झांसी रोड स्थित आम्बेडकर भवन में बौद्ध धर्म से संबंधित एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था जिसमें राजेंद्र पाल गौतम भी उपस्थिति थे. इसमें लोगों ने बौध धम्म की दीक्षा तो ली ही, लेकिन इस बात की भी शपथ ली कि वे हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करेंगे और न ही उन्हें ईश्वर मानेंगे।
हिंदू देवी देवताओं का अपमान
बीजेपी ने दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पर धर्मांतरण का आरोप लगाया है. दरअसल एक कार्यक्रम में 10,000 लोगों को तथाकथित तौर पर ‘हिंदू-देवी देवताओं की पूजा नहीं’ करने की शपथ दिलाई जा रही थी। इस कार्यक्रम में मंत्री राजेंद्र पाल भी मौजूद थे, वे भी शपथ लेते हुई नजर आ रहे हैं.
बीजेपी ने किया मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले खुद को परम हिंदु बताते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. उन्होंने राजेंद्र गौतम से माफी मांगने की मांग की है साथ ही मंत्री राजेंद्र गौतम को बर्खास्त करने की मांग भी की है।