महाराष्ट्र: पात्रा चॉल जमीन घोटाले मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को नहीं मिली कोई राहत…जानिए कब तक बढ़ी हिरासत..?
संजय राउत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी माने जाते हैं. ईडी ने राउत के घर पर छापा मारा था। करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था, इसके बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
क्या है 1039.79 करोड़ रुपये का पात्रा चॉल घोटाला?
ये मामला गोरेगांव स्थित सिद्धार्थ नगर के पात्रा चॉल के 47 एकड़ जमीन से जुडा है. लगभग 672 परिवारों के घरों के पुनर्विकास के लिए साल 2007 में सोसायटी द्वारा महाराष्ट्र हाउसिंग डेवलपमेंड अथॉरिटी और गुरू कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच कांन्ट्रैक्ट हुआ था। इसके मुताबिक कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देना था. इसके बाद अगर जमीन बचती तो उसे जमीन प्राइवेट डेवलपर्स को बेचना था । आरोप है कि कंपनी ने हेराफेरी करते हुए कर पात्रा चॉल की कुछ जमीन को 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेच दिया और इससे 901 करोड़ रुपये जमा किए। उसके बाद एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया गया और फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये लिए गए। अभी तक 672 लोगों को उनका मकान नहीं दिया गया। सूत्रों के मुताबिक इस तरह पात्रा चॉल घोटाले में 1039.79 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उसके बाद 2018 में म्हाडा ने गुरू कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।
क्या है पात्रा चॉल घोटाले का संजय राउत से कनेक्शन..?
इस घोटाले में संजय राउत का नाम इसलिए आ रहा है क्योंकि गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक रहे प्रवीण राउत, संजय राउत के बेहद करीबी माने जाते हैं। ईडी ने प्रवीण को फरवरी 2022 में गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि कि इस घोटाले से प्रवीण ने 95 करोड़ रुपये कमाए और उसे अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को बांटे। इसमें से 55 लाख रुपये संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में भेजे आए थे। इस रकम से राउत ने दादर में फ्लैट खरीदा था। ईडी वर्षा राउत से पूछताछ कर चुकी है। वर्षा ने बताया था कि ये पैसे उन्होंने फ्लैट खरीदने के लिए प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी से लिए थे। ईडी की पूछताछ के बाद वर्षा ने पैसे माधुरी के खाते में ट्रांसफर कर दिए।