दिवस स्पेशल : आज मनाया जा रहा है विश्व मानक दिवस…जानिए उपभोक्ताओं के लिए ये दिन है कितना खास?
ऐश्वर्या जौहरी
14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस या अंतर्राष्ट्रीय मानक दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन उपभोक्ताओं, नीति निर्माताओं और व्यवसायों को मानकीकरण के मूल्य के बारे में शिक्षित करने का प्रयास करता है।
विश्व मानक दिवस का इतिहास
इंटरनेशलन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन यानि आईएसओ की स्थापना 1947 में की गई थी । इस संस्थान की नींव 14 अक्टूबर 1946 में लंदन में रखी गई थी जहां पर 25 देशों के प्रतिनिधियों की पहली बैठक हुई जिसमें तय किया गया था कि मानकीकरण की सुविधा के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाया जाए, उसके एक साल बाद ही आईएसओ अस्तित्व में आया।
इस दिन की स्थापना अंतर्राष्ट्रीय मानक निकायों जैसे ISO (अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन), IEC (अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल आयोग), और ITU (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) द्वारा की गई थी।
क्या है विश्व मानक दिवस का महत्व?
इस दिन का उद्देश्य आज की विश्व स्तर पर परस्पर जुड़ी दुनिया में मानकीकरण के मूल्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। व्यापार को बढ़ावा देने और तकनीकी मुद्दों को हल करने के लिए मानकीकरण प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण साधन है।
क्या है विश्व मानक दिवस 2022 की थीम?
हर साल वर्ल्ड स्टैंडर्ड्स इवेंट की एक थीम होती है जिससे संबंधित इवेंट और ज्ञान सामग्री तैयार की जाती है। इस साल की थीम ‘एक बेहतर दुनिया के लिए साझा दृष्टिकोण’ है।
यह विषय संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मानकीकरण कैसे महत्वपूर्ण है इस बारे में समझ बढ़ाने के लिए आईईसी, आईएसओ और आईटीयू बहु-वर्षीय अभियान का हिस्सा है।
क्या है भारतीय मानक ब्यूरो?
इंडियन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन यानि आईएसओ भारत में राष्ट्रीय मानक निर्धारित करने वाली संस्था है। भारतीय मानक संस्थान के रुप में इसकी स्थापना 1947 में की गई थी।
साल 1986 में इसका नाम बदलकर भारतीय मानक ब्यूरो यानि आईएसओ कर दिया गया। भारतीय मानक ब्यूरो उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।