फेसबुक, इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी ‘मेटा’ को लगा बड़ा झटका….जानिए रूस ने मेटा को आतंकी संगठनों की लिस्ट में क्यों रखा..?
दीपा मिश्रा
फेसबुक और इंस्टाग्राम देश दुनिया में बेहद पॉपुलर सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म्स हैं. इनको चलाने वाली पैरेंट कंपनी मेटा को बड़ा झटका लगा है और ये झटका दिया है रूस के प्रेसीडेंट ब्लॉदिमिर पुतिन ने. आइए जानते हैं कि ‘आतंकियों और चरमपंथियों’ की लिस्ट में मेटा कंपनी को क्यों शामिल किया है?
रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी से युद्ध हो रहा है. अक्टूबर आ गया है यानि लगभग 8 महीने पूरे हो गए हैं लेकिन दोनों देशों में अभी तक कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।
फेसबुक चला रहा है ‘रूसोफोबिया’?
इसी बीच रूस ने कहा है कि फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे। रुस की सरकार ने इसे ‘रूसोफोबिया’ का नाम दिया.
फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी मेटा को ‘आतंकी और चरमपंथी’ संगठन बताया गया है. ये दावा फेडरल सर्विस फॉर फाइनैंशियल मॉनिटरिंग के डेटाबेस के मुताबिक किया गया है।
मार्क जुकरबर्ग पर पाबंदी
रूस की एक कोर्ट ने मेटा को पहले ही चरमपंथी कंपनी बता चुकी है. इसके बाद फेसबुक और इंस्टाग्राम को वहां की सरकार ने बैन कर दिया है.
रुस के विदेश मंत्रालय ने मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को पहले से ही रूस में आने पर अप्रैल महीने में ही पाबंदी लगा रखी है. 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था.
रूस और यूक्रेन में जारी है युद्ध
रूस और युक्रेन के बीच लड़ाई नौवें महीने में प्रवेश कर गई है. दोनों के बीच फिलहाल शांति के कोई संकेत नहीं मिल रहे बल्कि परमाणु युद्ध का खतरा बढता जा रहा है.
रूस की ओर से कई दिनों के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव में ताबड़तोड़ मिसाइलें गिराई. रूस की ओर से हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस हमें मिटाने की साजिश रच रहा है.