पाक पर प्रहार: ‘दुनिया का सबसे ख़तरनाक देश है पाकिस्तान’…जानिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्यों दिया ये बयान..?
केशव झा
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास बिना किसी निगरानी के 160 एटम बम है जिस पर आतंकी संगठन कब्जा कर सकते हैं. ऐसा होने पर आतंकी दुनिया में तबाही मचा सकते हैं.
पाकिस्तान पर अमेरिकी प्रहार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया का सबसे ख़तरनाक मुल्क है. उन्होंने ये टिप्पणी लॉस एंजेलिस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही. इस कार्यक्रम में उन्होंने चीन और रूस पर भी निशाना साधा.
पाकिस्तान पर जो बाइडेन तब यह बात कही जब वाइडन चीन और रूस के संबंध में अमेरिकी विदेश नीति के बारे में बात कर रहे थे। बाइडेन ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया का सबसे खतरनाक देश हैं।
अमेरिका एक ओर जहां पाकिस्तान की आर्थिक मदद करता आया है वहीं दूसरी ओर अमेरिका पाकिस्तान को सबसे खतरनाक मुल्क बताता है.
अमेरिका ने 8 सितंबर 2022 को ही पाकिस्तान को F-16 फाइटर जेट के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर, यानी लगभग 3,581 करोड़ देने का एलान किया था। पिछले चार साल में अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को दी जाने वाली ये सबड़ी आर्थिक सहायता है।
पाकिस्तान की परमाणु नीति
पाकिस्तान की कोई स्पष्ट परमाणु नीति नहीं है. साल 1999 में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने नो फर्स्ट यूज वाली परमाणु पॉलिसी को नकार दिया था. उन्होंने कहा था हम अपने देश की सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार कभी भी, कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
वही भारत में स्पष्ट परमाणु नीति है. ‘नो फर्स्ट यूज’ भारत की परमाणु नीति है जिसे साल 1999 में घोषित किया गया थी. इस नीति के मुताबिक भारत कभी भी परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा. अगर देश पर परमाणु हमला हुआ तो उस स्थिति में करारा जवाब दिया जाएगा।
अमेरिका के बयान पर पाकिस्तान तिलमिलाया
अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर जब पाकिस्तान तिलमिला गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान स्थित अमेरिकी राजदूत को तलब किया गया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान अमेरिका से उसका आधिकारिक बयान जानना चाहता है.
बिलावल ने कहा, “प्रधानमंत्री से बात कर के अमेरिकी राजदूत को तलब किया जाएगा और पाकिस्तान उनसे आधिकारिक बयान को जानना चाहेगा.”
इमरान ने दिया ये बयान
अमेरिका के इस बयान पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि बाइडेन की ये टिप्पणी पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की अक्षमता को सिद्ध करता है.
उन्होंने अमेरिका के इस रूख के लिए मौजूदा प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को जिम्मेदार ठहराया है. ये पाकिस्तान सरकार की विदेश नीति की विफलता है.