सेना की छवि ख़राब करने का नहीं है किसी को अधिकार..जानिए एकता कपूर को क्यों पड़ी ‘सुप्रीम’ फटकार..?
ऐश्वर्या जौहरी
एकता कपूर का पॉपुलर ओटीटी प्लेटफॉर्म “ऑल्ट बालाजी” एक बार फिर मुश्किल में है। इसकी वेब सीरीज “XXX” लीगल रडार पर आ गई है।
क्या है आरोप?
एकता कपूर के खिलाफ एक पूर्व सैनिक शंभू कुमार द्वारा कथित तौर पर सैनिकों का अपमान करने और उनके परिवारों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है. इस मामले में उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी।
यह सब तब शुरू हुआ जब एक पूर्व सैनिक शंभू कुमार ने एकता कपूर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद बिहार के बेगूसराय जिले की एक निचली अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि वेब सीरीज ‘XXX’ (सीजन 2) में एक सैनिक की पत्नी से जुड़े कई आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए हैं। नेटिज़न्स ने ट्विटर पर हैशटैग ‘ऑल्ट बालाजी अपमान सेना’ भी ट्रेंड किया था।
दूसरे सीज़न का एक एपिसोड, जिसका शीर्षक ‘प्यार और प्लास्टिक’ था उस पर भी संकट के बादल छा गए थे जब सेना के एक जवान की पत्नी का विवाहेत्तर संबंध दिखाया गया था जब उसका पति ड्यूटी पर था।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने क्या कहा
जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने कहा, “कुछ एक्शन लेना होगा। आप इस देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को दूषित कर रहे हैं। ओटीटी (ओवर द टॉप) कंटेंट सभी के लिए उपलब्ध है। आप किस तरह की सामग्री अपने प्लेटफार्म पर प्रदान कर रहे हैं लोगों को?”
एकता कपूर के वकील की प्रतिक्रिया
एकता कपूर के वकील मुकुल रोहतगी ने एकता के गिरफ्तारी वारंट के खिलाफ चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है । एकता के वकील ने तर्क दिया कि वेब सीरीज सब्सक्रिप्शन बेस्ड थी और देश में हर किसी को अपनी पसंद से कुछ भी देखने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।
इस पर कोर्ट ने कहा कि “हर बार जब आप इस अदालत में आते हैं तो हम इसकी सराहना नहीं करते हैं। ऐसी याचिका दायर करने के लिए हम आप पर जुर्माना लगाएँगे।
उन्होंने आगे कहा”सिर्फ इसलिए कि आप अच्छे वकीलों की सेवाएँ ले सकते हैं और उन्हें हायर कर सकते हैं यह अदालत उन लोगों के लिए नहीं है जिनके पास आवाज है। यह कोर्ट उनके लिए काम करता है जिनके पास आवाज नहीं है”।
अदालत ने अपील को अभी के लिए लंबित रखा है और सुझाव दिया है कि संबंधित उच्च न्यायालय में अपील की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए एक स्थानीय वकील को नियुक्त किया जाना चाहिए।