Corona is back: कोविड का नए सबवेरिएंट BF.7 दे रहा है चेतावनी…त्योहारों के मौके पर ऐसे बरतें सावधानी…!!
ऐश्वर्या जौहरी
कोरोना का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है. कोविड वारयरस की दीवाली जैसे त्योहार पर काली नज़र है. कोविड का सबसे खतरनाक माना जाने वाला वैरियंट BF.7 अब भारत में भी आ चुका है जिसको देखते हुए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है.
गुजरात में मिला ओमिक्रोन BF.7 का पहला केस
गुजरात में ओमिक्रोन बीएफ.7 का पहला मामला सामने आया है। गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने इस नए ओमिक्रोन वेरिएंट का पता लगाया है।
डॉक्टरों के मुताबिक BF.7 वेरिएंट सतह पर आने वाला ओमिक्रोन वायरस का नया स्ट्रेन है. सबसे पहले इसे 4 अक्टूबर को चीन के मंगोलिया क्षेत्र में इसकी पहचान हुई थी. इसके बाद ये वैरिएंट चीन के कई इलाकों में तेजी से फैला.
इसके बाद ये खतरनाक वैरिएंट यूके, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका और भारत जैसे देशों में भी पहुंच गया है. इनमें से कई देशों ने इसे अपने नागरिकों के लिए गंभीर चिंता के रुप में व्यक्ति किया है।
सबसे अधिक संक्रामक है नया ओमिक्रोन BF.7 वेरिएंट?
डॉक्टरों के मुताबिक BF.7 सबसे अधिक संक्रामक है और ये बहुत तेजी से फैलता है. इसलिए इसे सबसे अधिक खतरनाक माना जा रहा है.
क्या हैं ओमिक्रोन BF.7 के लक्षण?
नए वेरिएंट से संक्रमित रोगियों के ज्यादातर लक्षण पहले वाले कोविड के जैसे ही हैं. BF.7 सबवेरिएंट के लक्षणों में लगातार खांसी होना, सुनने में कठिनाई, सीने में दर्द और कंपकंपी शामिल हैं. यह गंध पहचानने की ताकत को भी प्रभावित कर सकता है.
1.सूंघने की क्षमता खराब होना
2.गला खराब होना
3.थकान
4.खांसी और सर्दी
5.बहती नाक
6.तेज बुखार
7 शरीर में तेज दर्द
वैक्सीनेशन कराने वाले और मजबूत इम्यून सिस्टम वाले लोगों पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा लेकिन उन्हें कोविड नियमों का पालन करना चाहिए.
दीवाली आने वाली है लोग बेफिक्र होकर त्योहार की खरीदारी में बिजी है लेकिन WHO ने चेतावनी दी है कि लापरवाही भारी पड़ सकती है.
डॉक्टरों के मुताबिक इस वैरिएंट से बचने के लिए त्योहार के मौके पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है.
दरअसल दिवाली के त्योहार में 5 दिनों तक बहुत सारी पार्टियाँ और गेट टू गेदर्स शामिल होते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने से और मास्क नहीं लगाने खतरा और बढ़ सकता है। इसलिए कोविड संबंधी नियमों का पालन करने से ही बचाव होगा.