आपकी सेफ्टी और प्राइवेसी को नुकसान पहुंचाते हैं ये ऐप्स…गूगल प्ले स्टोर से हटाई गईं ये 16 पॉपुलर ऐप्स..!!
McAfee रिपोर्ट बताती है कि कई ऐप्स कई जाँचों को बायपास कर रहे हैं और ये विज्ञापन धोखाधड़ी करने वाली सुविधाओं को छिपा रहा है जिसकी वजह से ये यूजर्स के लिए कई तरह की समस्याएँ पैदा कर रहा है।
McAfee ने गूगल से कहा है कि रिपोर्ट में बताए गए सभी ऐप्स को प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं कराया जाए. इसके बाद गूगल प्ले प्रोटेक्ट फीचर के माध्यम से रखे गए ऐप्स यह सुनिश्चित करते हैं कि यह इन ऐप्स को एंड्रॉयड पर ब्लॉक कर दे।
यह पहली बार नहीं है जब हम गूगल को एंड्रॉयड ऐप्स से संबंधित चिंताओं के बारे में सुन रहे हैं। प्ले स्टोर प्रोटेक्ट पर्याप्त जाँच प्रदान करने का दावा करता है लेकिन इसने ऐसे ऐप्स को बार-बार प्ले में जाने से नहीं रोका है।
“एक बार एप्लिकेशन खोले जाने के बाद यह HTTP के माध्यम से कॉन्फ़िगरेशन को डाउनलोड करता है। इसके डाउनलोड होते ही यह पुश संदेश प्राप्त करने के लिए FCM यानि Firebase Cloud Messaging पर रजिस्टर्ड हो जाता है.
इस तरह से यूजर्स को बिना जानकारी दिए और बिना क्लिक किए वेब पेज ओपन किए जाने का नोटिफिकेशन पा लेता है। इससे यूजर की प्राइवेसी और सिक्योरिटी प्रभावित होती है.
कौन से एप्स हटाए गए?
गूगल स्टोर से हटाए गए ऐप्स की लिस्ट काफी लंबी है. फिलहाल 16 एप्स की जानकारी निकलकर सामने आई है.
सेफ्टी और प्राइवेसी रीजन्स की वजह से इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है हटाए गए ऐप्स के नाम हैं जिन्हें – जॉयकोड, करेंसी कन्वर्टर,हाई स्पीड कैमरा,स्मार्ट टास्क मैनेजर, फ्लैशलाइट, के डिक्शनरी, क्विक नोट,एजडिका, इंस्टाग्राम प्रोफाइल डाउनलोडर और ईजी नोट्स शामिल हैं।
कई एप्स साइबर क्राइम को बढ़ावा देते हैं. इसको ध्यान में रखते हुए गूगल अपने प्ले स्टोर से फेक और धोखाधड़ी वाली ऐप्स को हटाता रहा है। प्ले स्टोर यूजर्स के लिए एक सुरक्षित ऐप स्टोर बना रहना जरूरी होता।
अगर आपके फोन में ये ऐप्स हैं तो इन्हें तुरंत डिलीट कर देना चाहिए ताकि आपकी सुरक्षा औऱ प्राइवेसी में कोई भी दखल न दे पाए.