एलन मस्क ने किया नई ट्विटर पॉलिसी का ऐलान…निगेटिव ट्वीट्स पर ऐसे रखा जाएगा ध्यान..!!
रश्मि शंकर
एलान मस्क ने ट्विवटर को लेकर फिर एक नई पॉलिसी का ऐलान कर दिया है। उन्होंने ट्विट कर लोगों को अभिव्यक्ति की आज़ादी के बारे में कहा की आज़ादी बेशक है मगर ट्विटर नफरत और नकारात्मक प्रचार करने का प्लेटफॉर्म नहीं है.
निगेटिव ट्ववीट्स पर एक्शन
ट्विटर का मालिक बनने के बाद एलोन मस्क ने अभी तक में बहुत बड़े बड़े बदलाव कर दिए हैं। कभी बहुत से बड़े लेवल के अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया तो कई लोगों ने ट्ववीटर की नौकरी छोड़ दी. इन सबको लेकर वे पिछले चर्चा में भी रहे तो अपने फैसलों को लेकर ट्रॉल भी हुए।
अब एक बार फिर एलन मस्क ने एक नया ट्वीट किया है। ट्विटर की नई पॉलिसी से संबंधित इस टवीट में उन्होंने कहा है कि वे अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में है लेकिन अगर कोई निगेटिव ट्वीट करता है तो उसके खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा।
क्या कहती है नई पॉलिसी
नई पॉलिसी के मुताबिक ट्विटर निगेटिव कंटेंट, कमेंट वाले ट्वीट्स को रोक देगा. अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर किसी भी तरह की हेट स्पीच को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ट्विटर निगेटिव थॉट्स के प्रचार या प्रसार का प्लेटफॉर्म नहीं बनेगा।
एलन मस्क ने ट्वीट करके बताया कि नई ट्विटर नीति बोलने की स्वतंत्रता को महत्व देती है, लेकिन पहुंच की आजादी नहीं है. निगेटिव ट्वीट्स डिमोनेटाइज कर दिए जाएंगे। ऐसा करने के बाद उस पर्टिकुलर ट्वीट पर कोई रेवेन्यू नहीं मिलेगा’. इसी के साथ उन्होंने कई ट्विटर अकाउंट्स को बहाल भी कर दिया है।
एक्शन मोड में हैं मस्क !
ट्विटर डील फाइनल होने के बाद दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क एक्शन मोड में आ गए. इसके बाद उन्होंने कई कई बड़े बड़े फैसले लिए. उन्होंने कंपनी में ऑपरेशन क्लीन शुरू किया. इसके तहत उन्होंने सबसे पहले सीईओ पराग अग्रवाल समेत तीन बड़े अधिकारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. उन्होंने खुद को ट्विटर का अंतरिम सीईओ नियुक्त कर दिया।
एलन मस्क ने क्यों खरीदा ट्विटर?
एलन मस्क ने Twitter को खरीदने के पीछे की वजह बताई थी। उन्होंने ट्ववीट करते हुए लिखा था, ”मैंने ट्विटर क्यों खरीदा, इसे लेकर लगातार कई अटकलें लगाई गईं, लेकिन इनमें से ज्यादातर गलत साबित हुई हैं.
मस्क ने खुलासा करते हुए लिखा कि उन्होंने ट्विटर को इसलिए खरीदा है ताकि हमारी आने वाली सभ्यता के पास एक कॉमन डिजिटल स्पेस हो, जहां विभिन्न विचारधारा और विश्वास के लोग किसी भी तरह की हिंसा के बिना स्वस्थ चर्चा कर सकें” ।