NCERT Fellowship 2023- पीएचडी करने वाले छात्रों को 3 साल तक हर महीने मिलेंगे 25 हजार रुपये…जानिए नियम और शर्तें..?
हमारे देश में हर तबके के लोग हैं, उसी बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पढ़ना तो चाहतें हैं लेकिन आर्थिक तंगी के वजह से पढ़ नहीं पाते । अगर आप भी अपने पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी करने का सोच रहें हैं तो एनसीईआरटी आपकी मदद कर सकती है । ये एनसीईआरटी के नए फेलोशिप स्कीम के वजह से पॉसिबल हो पाया है ।
क्या है एनसीईआरटी का फेलोशिप स्कीम ?
एनसीईआरटी की इस फेलोशिप का उद्देश्य युवाओं की मदद करना और रिसर्च में लिए बेहतर अवसर प्रदान करना है। अगर आप भी पीएचडी करना चाहते हैं और रिसर्च करना चाहते हैं तो एनसीईआरटी के द्वारा एक फेलोशिप स्कीम ले आई गई है जो आपको बहुत मदद करेगी ।
एनसीईआरटी ने इस फेलोशिप 2022 में एक नए विषय को जोड़ा है, इन्हे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत जोड़ा गया है । स्टूडेंट्स के लिए कुछ खास टॉपिक निर्धारित किए गए हैं और अगर कैंडिडेट्स रिसर्च के लिए इन टॉपिक्स पर रिसर्च करेंगे तो उन्हें फेलोशिप के लिए प्राथमिकता मिलेगी ।
इन पांच विषयों पर मिलेगी प्राथमिकता
ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार, ये 5 नए विषय लेने वालों को प्रिफरेंस दी जाएगी.
- प्रारंभिक देखरेख और मूलभूत शिक्षा
- स्कूल छोड़ने वालों की संख्या पर अंकुश लगाना
- व्यवसायिक शिक्षा व्यवस्था
- वित्तीय साक्षरता
- बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR)
कैसे दिए जायेंगे 25 हजार रुपए ?
एनसीईआरटी के मुताबिक शोधर्थियों को हर महीने 23 से 25 हजार रुपए दिया जा सकता है । 23 हजार उन शोधार्थियों को दिया जाएगा जिन्होंने NET क्वालीफाई नही किया है और 25 हजार उनको दिया जाएगा जिन्होंने UGC NET क्वालीफाई कर लिया है।
ये फेलोशिप 3 साल तक मिलेगी। इसके अलावा 10 हजार रुपए का आकस्मिक अनुदान भी दिया जाएगा। ये फेलोशिप सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे। हर रिसर्च स्कॉलर को प्रत्येक 3 महीने पर अटेंडेंस और वर्क रिपोर्ट का प्रमाण पत्र देना होगा।
क्या है एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया ?
अगर आप एनसीईआरटी द्वारा इस फेलोशिप का लाभ लेना चाहते हैं तो ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए। आवेदक को उम्र 35 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
ज्यादा जानकारी के लिए आप एनसीईआरटी के ऑफिशियल वेबसाइट http://ncert.nic.in पर जा सकते हैं ।