साबुन, तेल, शैंपू, क्रीम, पाउडर जैसी चीजों के प्रयोग से रहें सावधान…जानिए ये कैसे आपकी सेहत को पहुंचा रहे हैं नुकसान?
अच्छी सेहत से बढ़कर कोई सुख नहीं होता लेकिन आजकल के रोजमर्रा के जीवन में उपयोग करने वाले सामान जैसे साबुन, तेल, शैंपू, क्रीम, पाउडर आदि में बहुत हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं जो आपकी हेल्थ के लिए कितने खतरनाक होते हैं, आइए जानते हैं.
अनुज सिंह
सेहत के प्रति हमेशा जागरूक रहना चाहिए. आजकल रोजमर्रा के जीवन में बहुत से सामानों का उपयोग करते हैं | हमारे घर में किचन से लेकर बाथरूम तक हम कई सारे सामानों का प्रयोग करते हैं जैसे साबुन ,तेल ,शैंपू, डिटर्जेंट, क्रीम ,पाउडर आदि लेकिन हमें पता नहीं होता कि इसमें खतरनाक केमिकल मौजूद होते हैं जो कि हमारी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है |
खतरनाक केमिकल्स से होने वाली बीमारियां
महिलाओं के उपयोग में आने वाले हेयर ऑयल, लिपस्टिक आई लाइनर, मोइस्टनजी, क्रीम मे ब्यूटी क्रीम्स में बीएचए नाम का केमिकल होता है जो यह पेट, किडनी के मौजूद सेल्स को डैमेज करता है.
वहीं कई कंपनियां कॉस्मेटिक, हेयर स्ट्रेटनर, नेल पॉलिश , बेबी सोप और तेल में फार्मल्डिहाइड जैसे केमिकल्स का रोक के बावजूद इस्तेमाल करती हैं जो हेल्थ पर बहुत बुरा असर डालती हैं. ये केमिकल्स कितने खतरनाक इसका अंदाजा इसी बात इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पर अमेरिका समेत कई देशों ने पाबंदी लगा दी है |
इन सभी का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से आंखों में, नाक कान में खुजली वह कैंसर जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं |
परफ्यूम से हो सकता है हारमोंस ?
इंटरनेशनल प्रेगनेंसी एसोसिएशन के रिपोर्ट के अनुसार , जिन परफ्यूम में बेजोफिनोम, बीएचए , नेपथलिं, केमिकल का इस्तेमाल ज्यादा किया गया है उन केमिकल से दूर रहे हैं |
वहीं परफ्यूम से एक्जिमा हो सकता है. इसके अलावा सांस लेने में दिक्कत हो सकती है
टूथपेस्ट में मौजूद पैराबेन केमिकल से ब्रेस्ट कैंसर?
टूथपेस्ट, फेस वास, शैंपू ,कंडीशनर, और कॉस्मेटिक में पैराबेन कंपाउंड, मिथाइल पैराबेन जैसे घातक केमिकल का उपयोग से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है. इसके प्रयोग से हार्मोनस में बदलाव की शिकायतें भी आती हैं |
कैसे सावधान रहें
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कॉस्मेटिक और केमिकल वाले उत्पाद खरीदने से बचें | अगर फिर भी खरीदें तो उसकी पैकिंग ध्यान से देखें कि इसमें कौन से पदार्थ की कितनी मात्रा का प्रयोग किया गया है. ये भी पता करें कि इसके खतरनाक होने की किस कैटेगरी में आते हैं |
इससे बेहतर होगा कि ज्यादा से ज्यादा नेचुरल इन्ग्रिएंट्स के प्रयोग वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें |