18 विभागों के मंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उठे गंभीर सवाल..बिना किसी मंत्रालय वाले मुख्यमंत्री क्यों हैं अरविंद केजरीवाल?
सीबीआई द्वारा शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने अपने सभी 18 मंत्रालयों से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि अब इन मंत्रालयों की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसी मंत्रालय की जिम्मेदारी क्यों नहीं उठाना चाहते, आइए जानते हैं?
ऐजेंसी
सीबीआई ने शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास आबकारी विभाग के अलावा 18 अन्य महत्वपूर्ण विभाग है वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल के पास एक भी मंत्रालय नहीं है जिस पर बीजेपी कहती है कि केजरीवाल जिम्मेदारी से बचते हैं.
कैसे चलेगा केजरीवाल सरकार का कामकाज
दिल्ली कैबिनेट में सीएम अरविंद केजरीवाल के अलावा 6 दूसरे मंत्री हैं जो लगभग 33 विभागों के कामकाज देखते हैं लेकिन इनमें से लगभग 18 मंत्रालय उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास हैं। अब उनकी गिरफ्तारी और इस्तीफे के बाद यही सबसे बड़ा सवाल उठता है कि ये 18 मंत्रालय का कामकाज कौन संभालेगा.
केजरीवाल की कैबिनेट में केवल चार मंत्री हैं . नियम के अनुसार दिल्ली सरकार में 7 मंत्री हो सकते हैं। अभी एक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा 6 मंत्रियों की कैबिनेट बनी हुई है। सत्येंद्र जैन को जेल होने के बाद महज पांच मंत्री अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट में बचे थे। अब मनीष सिसोदिया के इस्तीफे से चार मंत्री ही बचे हैं ऐसे में अरविंद केजरीवाल सरकार का कामकाज कैसे चलेगा, ये बड़ा सवाल है.
बिना मंत्रालय के मुख्यमंत्री क्यों हैं केजरीवाल- बीजेपी
वहीं इस मामले पर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी ने निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा है कि जिम्मेदारी से बचने के लिए अरविंद केजरीवाल किसी भी मंत्रालय को नहीं संभाल रहे हैं जबकि आम आदमी पार्टी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि केजरीवाल पार्टी के कन्वेनर है वे पूरे देश में पार्टी को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं. वहीं जरूरत पड़ने पर अरविंद केजरीवाल महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी उठाएंगे।