देश
CBI की कार्रवाई-शराब घोटाले में सिसोदिया को जेल भेजने से टेंशन में ‘आप’…रेलवे जमीन घोटाले में राबड़ी यादव से 5 घंटे की पूछताछ
CBI का करप्शन पर एक्शन जारी है. दिल्ली में शराब घोटाले में केजरीवाल के दाहिने हाथ कहे जाने वाले मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक जेल हुई तो बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से रेलवे जमीन घोटाले में लंबी पूछताछ हुई, ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच कैसे घमासान तेज हो गया, आइए जानते हैं
ऐजेंसियां
CBI की गिरफ्त में आए दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की इस साल की होली तिहाड़ जेल में मनेगी। शराब घोटाले मामले में दिल्ली की एक अदालत ने सिसोदिया को 20 मार्च तक जेल भेज दिया है।
सिसोदिया को मिलेगी राहत, 10 मार्च को मिलेगी जमानत?
मनीष सिसोदिया को राहत मिलेगी या नहीं, अब इसका फैसला उनकी जमानत पर निर्भर करता है. उनकी जमानत याचिका पर 10 मार्च को सुनवाई होगी।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस फैसले के बाद कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच तिहाड़ जेल ले जाया गया। उन्हें गीता, डायरी और पेन रखने की इजाजत दी है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दवाएं रखने की भी इजाजत मिली है।
बिहार में सीबीआई ने की राबड़ी देवी से पूछताछ
उधर सीबीआई की एक टीम ने रेलवे जमीन घोटाले में लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से लगभग 5 घंटे पूछताछ की. इस पर राबड़ी देवी ने कहा कि फर्जी केस में उनके घर में CBI, IT, ED जैसी ऐजेंसियों का आना-जाना लगा रहता है.
आपको बता दें कि जब रेलमंत्री लालू यादव थे तो उन पर रेलवे की ग्रुप D की नौकरी देने के बदले जमीन लेने का आरोप लगा था। इस केस में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती समेत 14 लोग आरोपी हैं।
सीबीआई ने 15 मार्च को लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है।
सत्ता पक्ष-विपक्ष के नेताओं पर वार-पलटवार
उधर देश की 9 पार्टियों के नेताओं ने केंद्रीय ऐजेंसियों के दुरूपयोग मामले पर पीएम मोदी को पत्र लिखा है इनमें से शरद यादव, अखिलेश यादव, केसीआर, अरविंद केजरीवाल, ममता बैनर्जी जैसे नेता शामिल हैं. इन लोगों ने सीबीआई, ईडी और इंकम टैक्स द्वारा विपक्षी नेताओं को बेवजह प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है.
विपक्षी नेताओं ने कहा कि बीजेपी की सरकार 2024 में जा रही है, इसी हताशा से वे चुन चुनकर जांच एजेंसियों के माध्यम से मनीष सिसोदिया से लेकर राबड़ी यादव तक सभी को परेशान कर रहे हैं.
इन ऐजेंसियों ने किसी करप्शन मामले पर बीजेपी के सत्ताधारी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की. यहां तक कि जो भ्रष्टाचार के आरोपी नेता बीजेपी में शामिल हो गए वे भी पाक-साफ बन गए
उधर बीजेपी ने इन आरोपों पर कहा है कि देश में कानून का राज है. संबंधित ऐजेंसियां स्वतंत्र रूप में करप्शन पर एक्शन ले रही हैं इसमें सरकार का कुछ लेना-देना नहीं है. चाहे कोई भी पार्टी हो, कोई भी नेता हो, भ्रष्टाचार पर प्रहार होकर रहेगा. इस तरह से सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीचे वार-पलटवार जारी है.