Toll Free No: बड़े काम के होते हैं टोल फ्री नंबर….जानिए कैसे करता है काम…कैसे मिलता है टोल फ्री नंबर..?
टोल फ्री एक ऐसा नंबर होता है, जिसका उपयोग पुलिस, फायर डिपार्टमेंट, विभाग, संस्थाएं करती है. इन नंबरों पर कॉल करने के पैसे नहीं लगते. टोल फ्री नंबर व्यक्ति विशेष के बजाए संस्थानों को मिलता है | आइए जानते हैं कि टोल फ्री नंबर लेने का प्रॉसेस क्या है?
अनुज सिंह
बड़ी बड़ी सरकारी और प्राइवेट संस्थाएं, बैंक, कॉलेज आदि टोल फ्री नंबर का प्रयोग करती है. कोई भी इन नंबर पर फोन करके जानकारी ले सकता है. इसमें फोन करने के पैसे भी नहीं लगते. टोल फ्री नंबर के पीछे की कहानी जानना जरूरी है.
क्या होता है टोल फ्री नंबर?
टोल फ्री एक ऐसा नंबर होता है , जिस पर कॉल करने से आपका कोई भी शुल्क नहीं लगता है | यह नंबर बड़ी-बड़ी बिजनेस कंपनी है और संस्थाएं उपयोग करती हैं |
टोल-फ्री नंबर की कीमत टोल-फ्री सब्सक्राइबर के जरिए तय की जाती है। टोल फ्री नंबर आम तौर पर 1800, 800, 866, 855, 1-800 द्वारा पहचाना जाता है. इस तरह के नंबर से खास जो भौगोलिक क्षेत्र की पहचान होती है।
अगर आप बिजनेस करने जा रहे हैं और आपके पास टोल-फ्री नंबर है तो आपके यूजर्स या कॉलर्स आप तक आसानी से पहुंच सकते हैं. इसीलिए टोल फ्री नंबर का विशेष महत्व होता है।
कौन देता है टोल फ्री नंबर?
बहुत सारी कंपनी हैं जो toll free telephone नंबर की सुविधा ऑनलाइन देती हैं। उनमे से कुछ प्रचलित नाम है Tata Tele Services, MyOperator, CallHippo.com, Exotel.com, Knowlarity.com, Ziffy.in आदि।
अपने बिजनेस व संस्था के लिए टोल फ्री नंबर पाना बहुत ही आसान है, बस आपको अपने टोल-फ्री नंबर सर्विस प्रोवाइडरों की लिस्ट के सर्च लिस्ट को फिल्टर करना होगा और आपको अपने मन मुताबिक इसका चुनाव करना होगा। मार्केट में कई सारे ऐसे सर्विस प्रोवाइडर हैं जो आपको टोल फ्री नंबर प्रोवाइड करके देती हैं |
सरकार भी अपनी सही संस्था में टोल फ्री नंबर की सुविधा देती हैं जिससे लोगों को बिना कोई पैसे दिए अपनी समस्या सरकार तक पहुंचा सकती है | चाहे वह एंबुलेंस का 108 नंबर, या पुलिस का 100 या 112, या चाहे फायर बिग्रेड 101 नंबर सभी निशुल्क होती हैं |
कैसे काम करता है टोल फ्री नंबर?
कस्टमर को इस नंबर की जानकारी किसे एडवर्टाइजमेंट या संस्था के कार्ड, वेबसाइट इत्यादि द्वारा मिलता है | यहां से देखकर कस्टमर टोल फ्री नंबर डायल करता है |
कस्टमर के डायल करने पर सबसे पहले यह कॉल लोकल टेलीफोन कंपनी को जाता है | लोकल टेलीफोन कंपनी इससे जुड़ी जानकारियां SOMOS के जरिए प्राप्त करती हैं कि कॉल कहां जाना है।
जब कंपनी को सारी जानकारी मिल जाती है तो कंपनी इससे संबंधित कंपनी के पास ट्रांसफर कर देती है |एंड यूजर कॉल रिसीव करता है और फिर कस्टमर से बात करता है।