बीजेपी देशभर में कर रही है सूफी सम्मेलन का आयोजन..जानिए 2024 के चुनाव में जीत दिलाएंगे ऐसे प्रायोजन?
बीजेपी को एक ऐसी पार्टी माना जाता है जो हमेशा चुनावी मोड में रहती है. पार्टी 2024 में होने वाले चुनावों की रणनीति बनाने में जुट गई है. इसके तहत देश भर में सूफी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. क्या इससे प्रभावित होकर मुस्लिम मोदी को वोट देंगे, आइए जानते हैं
नवेंदु शेखर झा
भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव में अपनी रणनीति बदलाव करती रहती है. देश के हर वर्ग का वोट हासिल करने की कोशिश में लगी मुसलमानों को अपने साथ जोड़ना चाहती है. इस दिशा में सूफी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है ।
सूफी सम्मेलन का आयोजन
सूफी सम्मेलन के आयोजन की शुरूआत 10 मार्च से हो चुकी है. आम तौर पर सूफी समुदय को उदारवादी मुस्लिम समुदाय माना जाता है. बीजेपी इस समुदाय को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है.
बीजेपी ने पहले चरण में देश के तीन महत्त्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र पर ख़ास फोकस कर रही है. कर्नाटक में इसी साल विधासभा चुनाव होने वाले हैं ।
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है जहां से 80 लोकसभा सीट आती हैं इसलिए पार्टी ने यहां 20 से ज्यादा जगह इस सम्मेलन को करने की योजना बनाई है ।
वहीं महाराष्ट्र में भी अगले साल विधानसभा का चुनाव है, जहां बीजेपी को महाविकास अघाड़ी से कड़ी चुनौती मिलने की पूरी संभावना है, इसको देखते हुए यहां भी सूफी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
मुसलमानों का विश्वास जीतना है प्रमुख लक्ष्य
वैसे तो बीजेपी को हिंदुत्व विचारधारा वाली पार्टी माना जाती है, बीजेपी की छवि भी मुस्लिम विरोधी पार्टी की है ऐसे में इन सम्ममेलनों के माध्यम से बीजेपी मुस्लिम समुदाय का विश्वास जीतना चाहती है.
वैसे भी मौजूदा समय में जिस तरह से मोदी सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं, उससे बीजेपी को लगता है कि पार्टी को आम चुनाव में मुसलमानों के वोटों की जरूरत है।
इसलिए पार्टी ने देश के उदारवादी मुसलमानों के लिए सूफी सम्मेलन करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा था कि पार्टी के नेताओं को सभी अल्पसंख्यक समाज से जुडने की जरूरत है.
इसके अलावा उन्होंने पार्टी नेताओ से कंट्रोवर्शियल बयान देने से बचने के लिए नसीहत भी दी थी। साथ ही मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को मुसलमानों तक विकास पहुंचाने का आग्रह किया था और सरकारी योजनाओं में उनके लिए क्या कुछ किया जा रहा है इसके बारे में बताने को भी कहा था.
अब देखन होगा कि “सूफी सम्मेलन” जैसे आयोजन से बीजेपी को 2024 के चुनाव में क्या फायदा मिलता है?