क्रिएटिविटी के नाम पर नहीं चलेगी एब्युजिव लैंग्वेज और न्यूडिटी…सरकार ने सख्त लहजे में दी चेतावनी
क्रिएटिविटी के नाम पर ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स में दिखाए जा रहे वेबसीरिज में गाली-गलौज और अश्लीलता बढ़ती जा रही है. सरकार को ऐसे कंटेंट की कई शिकायतें मिली हैं जिस पर केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री ने क्या कहा है, आइए जानते हैं
पीआईबी
क्रिएटिविटी के नाम पर बहुत से ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स में गलत कंटेंट दिखाया जा रहा है जिनमें गाली-गलौज और अश्लीलता की भरमार होती है. सरकार को इस मामले पर कई शिकायतें मिली हैं जिसके बाद सरकार इन नियमों को और सख्त बनाने की बात कह रही है.
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स के कंटेंट पर सरकार की नजर
सरकार को ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स में दिखाए जा रहे कंटेंट की कई शिकायतें मिली हैं. ये जानकारी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान दी. उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर न्यूडिटी और एब्युजिव लैंग्वेज का बहुत इस्तेमाल हो रहा है. सरकार की नजर इस मामले पर है और सरकार इस पर पूरी तरह से गंभीर है।
क्रिएटिविटी के नाम पर नहीं चलेगी मनमानी- अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने कहा “ क्रिएटिविटी के नाम पर गाली गलौज बर्दाश्त नहीं जाएगी। ओटीटी प्लेटफ़ॉर्मस् पर बढ़ते गाली-गलौज और अश्लील कंटेंट की शिकायत पर सरकार गंभीर है। अगर इसको लेकर नियमों में कोई बदलाव करने की ज़रूरत पड़ी तो मंत्रालय उस दिशा में भी विचार करेगा।
सरकार का कहना है कि इन प्लेटफ़ॉर्मस् को क्रिएटिविटी के लिए आज़ादी मिली थी, गाली गलौज और अश्लीलता के लिए नहीं। जब एक सीमा को कोई पार करेगा तो क्रिएटिविटी के नाम पर गाली गलौज, न्यूडिटी जैसी चीजें क़तई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इस पर जो भी ज़रूरी कार्रवाई करने की ज़रूरत होगी सरकार उस से पीछे नहीं हटेगी”
अभी तक जो प्रक्रिया है कि पहले लेवल पे प्रोड्यूसर को उन शिकायतों को दूर करना होता है। 90 92% शिकायतें वही अपने बदलाव करके दूर करते हैं। उसके बाद उनके एसोसिएशन के लेवल पर शिकायतों का निस्तारण किया जाता है तो अधिकतर शिकायतें वहाँ दूर होती हैं।
आगे के मामलों में जब सरकार के लेवल पर बात आती है, तो डिपार्टमेंटल कमेटी के ऊपर तो उसमें भी कड़ी कार्रवाई जो भी नियम हैं उस हिसाब से हम लोग करते हैं। लेकिन कहीं ना कहीं शिकायतें पिछले कुछ समय में बढ़नी शुरू हुई और डिपार्टमेंट इसको बड़ा गंभीरता के साथ ले रहा है। हम इसको पर कुछ बदलाव भी करना पड़ेगा तो बड़ी गंभीरता के साथ सोचेंगे.