भारतीय रेलवे में इस तरह के यात्रियों को नहीं देना पड़ता कोई किराया…जानिए कैसे और किसे मिलती है ये विशेष सुविधा
भारतीय रेलवे ने गंभीर रुप से पीड़ित बीमारियों के इलाज के लिए यात्रा करने वाले मरीजों को फ्री में यात्रा की सुविधा देती है. आइए जानते हैं इसके लिए किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है?
आदर्श पांडे
अक्सर जा छोटे शहरों में अच्छे हॉस्पिटल नही होते हैं तो हमे कुछ बड़े शहरों जैसे दिल्ली,मुंबई में इलाज के लिए जाना होता है, यात्रा लंबी होती है इसलिए हमारा माध्यम होता है भारतीय रेलवे.
भारतीय रेलवे में यात्रा करने में ही बहुत पैसा लग जाता है जिसके डर से कुछ लोग शहर के अच्छे अस्पताल में जाने की हिम्मत ही नहीं कर पाते हैं लेकिन अब आपको डरने की जरूरत नहीं है , अब भारतीय रेल आपकी मदद करेगा.
किसे मिलेंगी ये सुविधाएं ?
दरअसल रेलवे गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आने जाने वाले लोगों को 100 प्रतिशत तक का छुट देता है, इसके अलावा कैंसर पीड़ित लोगों के साथ जानें वाले अटेंडर भी स्लीपर या Ac 3 टियर में यात्रा फ्री में कर सकते हैं, इसके अलावा अगर वो अटेंडर Ac 1 या Ac 2 में यात्रा करते हैं तो उन्हें 50 % तक को छूट मिलती है ।
कैंसर के अलावा थैलेसीमिया,हार्ट डिजीज और किडनी के मरीजों को 50 से 75 प्रतिशत तक की छूट दी जा सकती है ।
कैसे कर सकते हैं टिकट की बुकिंग ?
इन सुविधाओं का लाभ लेने के लिए आपको अपना टिकट ऑनलाइन बुक न करके रेलवे काउंटर से बुकिंग करना होगा, और बुकिंग के वक्त आपको बीमारी से जुड़े डॉक्यूमेट्स देने होंगे । जिससे उन्हें ये डिसाइड करने में सहूलियत होंगी की यात्री जेनुइन है या नही ।
टिकट बुक करते वक्त कुछ सर्टिफिकेट देने होंगे, जैसे डॉक्टर का सर्टिफिकेट और प्रिस्क्रिप्शन अटैच करना होता है ।