निपुण भारत मिशन योजना की हुई शुरूआत…जानिए योजना से कैसे स्कूली बच्चों की होगी मदद?
निपुण (NIPUN) यानि नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी. ये भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत यह 5 स्तर यानि राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लाक और स्कूल स्तर पर पढ़ने वाले छोटे बच्चों पर ध्यान दिया जाएगा
निपुण भारत प्राइमरी एजुकेशन को हर बच्चे तक पहुंचाने की एक महत्वपूर्ण योजना है. शिक्षा के क्षेत्र में समय-समय पर कई बदलाव किए जाते हैं. निपुण भारत मिशन की नई पॉलिसी के अंतर्गत किए जाते हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के सफल क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार विभिन्न प्रयास कर रही है।
इन प्रयासों को सफल बनाने के लिए “निपुण भारत योजना” शुरू की गई है। किसी भी राष्ट्र के लिए शिक्षा के क्षेत्र में विकास बेहद जरूरी होता है इस को ध्यान में रखते हुए यह पॉलिसी उस दिन ऊपर समय को देखते हुए बदलते रहती है।
निपुण भारत मिशन का “लक्ष्य” ?
निपुण भारत मिशन योजना का पूरा नाम नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी है। इसके माध्यम से पढ़ाने का रचनात्मक माहौल बनाया जाएगा जिससे कि बच्चों को लिखने, पढ़ने और संख्या की बेसिक नॉलेज दी जा सके।
इस योजना का लक्ष्य साल 2026-27 तक प्रत्येक बच्चे को तीसरी क्लास तक पढ़ने, लिखने और अंकगणित सिखाया जाएगा. इस योजना को स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा चलाया जाएगा।
इस योजना से स्कूली शिक्षा कार्यक्रम में और तेजी से गति आएगी। इस योजना को सफलतापूर्वक चलाने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 5 लेवल होंगे जिन्हें राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लाक और स्कूल स्तर पर चलाया जाएगा। इस योजना को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत तैयार किया गया है।
निपुण योजना के तहत निम्न क्षेत्रों पर फोकस किया जाएगा
- स्कूली शिक्षा
- शिक्षक क्षमता निर्माण
- शिक्षण के संसाधनों को बढ़ाना
- बच्चों को खेल खेल में सिखाना
- शिक्षण सामग्री का विकास
- शिक्षा के प्रति बच्चों की प्रगति पर नजर रखना
- बच्चों को संख्या, माप और आकृतियों के जरिए समझाना
- खेल आधारित एक्टिविटीज का प्रयोग करना
- बच्चों की स्थानीय भाषा में सिखाना
- बच्चों को मन लगाने वाली शिक्षण सामग्री का उपयोग करना
- बच्चों के सीखने के स्तर का लगातार मूल्यांकन करना
- पोल, क्विज़, गेम आदि का उपयोग करके मूल्यांकन करना
रश्मि शंकर