महिला पहलवान का जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन जारी…शोषण के आरोपियों पर कब एक्शन होगा भारी?
महिला पहलवान जो एशियन गेम्स से लेकर ओलंपिक तक देश का नाम रोशन करती है, आज वे अपने खिलाफ हो रहे शोषण के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है. न्याय पाने के लिए सरकार से सुप्रीम कोर्ट तक गुहार लगा रही हैं. ऐसे में सवाल है कि आरोपियों पर सख्त एक्शन कब होगा?
के. विक्रम राव
भारी कौन है ? भाजपा अथवा उसका सांसद बृजभूषण शरण सिंह ? फिलहाल पार्टी उन्नीस पड़ती नजर आ रही है। लोकसभा में पार्टी की अवहेलना पर एक बार भाजपा ने उन्हें निकाल दिया था तब वे मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में 20 जुलाई 2008 को शामिल हो गए थे।
बृजभूषण सिंह का रहा है आपराधिक बैकग्राउंड
बृजभूषण सिंह का आपराधिक बैकग्राउंड रहा है. उन पर 30 मुकदमे चल रहे थे जिनमें से 26 रद्द करवा दिए गए 4 केस अभी भी चल रहे हैं इनमें से एक है हत्या का प्रयास (धारा 307) और दूसरा अवैध हथियार रखने का।
उनपर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से संबंधों का आरोप लगा। दरअसल दाऊद इब्राहिम के बहनोई इब्राहिम कासकर की अरुण गवली से गैंगवॉर में हत्या हो गई थी। इसके बदले में 22 सितंबर 1992 को मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में शूटआउट हुआ। बृजभूषण सिंह पर आरोप लगा कि डी कंपनी के शूटर्स को उन्होंने शरण दी। टाडा लगने के बाद वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद भी थे।
बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के आरोप
लंबे समय से भारतीय कुश्ती महासंघ के सर्वेसर्वा बने बृजभूषण सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए.
जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो 18 जनवरी 2023 को महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया। ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को कई मेडल दिला चुके इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए हैं।
विनेश ने इल्जाम लगाया कि बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे, जो नियमों के खिलाफ है। विनेश ने रोते हुए बताया कि कुश्ती संघ अध्यक्ष उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं। तब जनवरी 21 तक पहलवानों का यह धरना चला और फिर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मीटिंग के बाद एक जांच कमिटी बनी। इसके बाद उनका धरना खत्म हुआ। इसके बाद भी जब उन्हें न्याय नहीं मिला तो एक बार फिर जंतर मंतर पर इन रेसलर्स ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को लगाई फटकार
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर FIR दर्ज न किए जाने का आरोप लगाते हुए सात महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया।
अदालत ने महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि मामले में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई. कोर्ट ने नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा। कोर्ट ने कहा कि आरोप गंभीर हैं। उन पर विचार करने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई करेगी.
दंगल गर्ल इंटरनेशनल रेसलर गीता फोगाट भी पहलवानों के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा : “सत्य परेशान हो सकता है, पर पराजित नहीं।” उनकी बहन बबीता फोगाट भी यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए बनी कमेटी पर सवाल खड़ी कर चुकी हैं।
शोषण के आरोपियों पर एक्शन की मांग
अब इस मसले पर महिला पहलवानों ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि जब वे जीत कर आती हैं तो पीएम उनसे मिलते हैं लेकिन अब जब वो अन्याय का सामना कर रही हैं तो उन्हें वे न्याय कब दिलाएंगे.
अब देखना होगा कि विश्व कीर्तिमान हासिल कर चुकी, कई पदकों को जीतनेवाली इन भारतीय महिला पहलवानों की फरियाद मोदीजी कब सुनेंगे ? शारीरिक और मानसिक शोषण करने वालों के खिलाफ कब सख्त एक्शन होगा?