‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100 एपीसोड हुए पूरे…पीएम मोदी ने इन 4 लोगों को बताया समाज का हीरो?
‘मन की बात’ की शुरूआत पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर 2014 से की थी. जनसंचार के साधन में रेडियो की ताकत को नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने भी पहचाना था. उन्होंने रेडियो रंगून से 6 जुलाई 1944 को अपने प्रसारण में गांधी जी को राष्ट्रपिता के रुप में संबोधित किया था, वहीं अब पीएम मोदी ने इस गैर राजनीतिक कार्यक्रम के जरिए समाज में बदलाव लाने वाले लोगों की चर्चा करते हैं, आइए जानते हैं पीएम ने किन 4 लोगों को समाज का हीरो बताया?
‘मन की बात’ के 100 वें एपीसोड का आज आकाशवाणी से प्रसारण हुआ. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी इस प्रोग्राम को अपनी ‘आध्यात्मिक यात्रा’ कहा. उन्होंने समाज में बदलाव लाने वाले किन 4 हीरों का जिक्र किया, आइए जानते हैं.
करोड़ों लोगों के मन की बात
पीएम ने कहा कि ‘मन की बात’ एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम है. इस प्रोग्राम ने उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद महसूस किए गए ‘खालीपन’ को भर दिया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए वे देश के करोड़ों लोगों के ‘मन की बात’ करते हैं.
इसके जरिए उन लोगों का जिक्र करते हैं जो सोसायटी में चेंजमेकर्स के तौर पर अपनी पहचान बनाई. कार्यक्रम में पीएम ने जिनका जिक्र किया है उन सबने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है.
विजयशांति की तारीफ
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में पीएम मोदी ने मणिपुर की रहने वाली विजयशांति देवी की काफी तारीफ की. उन्होंने कहा कि विजयशांति कमल के रेशो से कपड़े बनाती हैं. उनके साथ 30 महिलाएं काम करती हैं.
वे जल्द ही 100 महिलाओं को रोजगार देने की कोशिश में हैं. इसे महिला सशक्तिकरण का उदाहरण देते हुए पीएम ने कहा कि वह आने वाले समय में उत्पादों का निर्यात करेंगी.
‘भारत के पेंसिल गांव’ की चर्चा
पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के रहने वाले मंजूर अहमद की प्रशंसा की. दरअसल मंजूर कश्मीर के एक गांव में पेंसिल बनाने की काम करते हैं. उनके यहां 200 लोग काम करते हैं.
इस गांव का नाम ओखू गांव हैं जो पुलवामा जिले में स्थित है. पीएम मोदी ने कहा कि मंजूर जी के प्रयासों से ही अब इस गांव की पहचान ‘भारत के पेंसिल गांव’ के रूप में बनी है.
उन्होंने कहा कि वह पेंसिल बनाकर न केवल बच्चों की शिक्षा में अपना अहम योगदान दे रहे हैं बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगारी भी दे रहे हैं.
‘हीलिंग हिमालय’ अभियान की तारीफ