RBI ने इस बैंक का लाइसेंस किया कैंसिल…जानिए कस्टमर्स को पैसा कैसे जाएगा मिल ?
RBI यानि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया बैंकों की सबसे बड़ी रिगुलेटरी एथारिटी है. बैंक में हुई भारी अनियमितता, पर्याप्त पूंजी की कमी जैसी किसी भी शिकायत की जांच के बाद बैंक का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है. महाराष्ट्र के सोलापुर में स्थित " द लक्ष्मी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड " का लाइसेंस रद्द हो गया है इसके बाद इस बैंक के ग्राहक अपना पैसा कैसे निकाल सकते हैं, आइए जानते हैं
RBI ने महाराष्ट्र के लक्ष्मी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है. RBI के मुताबिक पर्याप्त पूंजी की कमी समेत कई अन्य शिकायतों की मिली जांच के बाद ये फैसला किया गया है कि इस बैंक का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया तो ग्राहकों को भविष्य में भारी नुकसान होगा.
क्यों बंद हुआ लक्ष्मी को-ऑपरेटिव बैंक?
RBI के मुताबिक महाराष्ट्र के सोलापुर में स्थित द लक्ष्मी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के पास पर्याप्त पूंजी नहीं थी और साथ ही बैंक की कमाई में भी काफी समय से कोई इजाफा नहीं हुआ था।
RBI की माने तो इस बैंक की कमाई की कोई संभावना भी नहीं बची है, ऐसे में इस बैंक के ग्राहको को अंधेरे में रखना सही नहीं है। रिजर्ब बैंक ने कहा है कि सहकारी बैंक बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की गाइड लाइंस का पालन करने में ये बैंक असमर्थ रहा है.
हालत इतनी खराब है कि बैंक अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति के साथ अपने वर्तमान जमाकर्ताओं को पूरा भुगतान करने में सक्षम नहीं है. असमर्थ होगा.”लाइसेंस रद्द होने के बाद ये बैंक किसी भी तरह की धनराशि जमा नहीं कर पाएगा और जमा राशि का भुगतान भी नहीं कर पाएगा।
बैंक के ग्राहक कैसे निकाल सकेंगे अपना पैसा?
बैंक पर ताला लगने के बाद ग्राहकों के पैसे का क्या होगा ये सबसे बड़ा सवाल है। RBI ने एक बयान में कहा कि सहकारी बैंक द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 99 प्रतिशत से अधिक जमाकर्ता जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम (DICGC) से अपनी जमा राशि की पूरी राशि प्राप्त करने के हकदार हैं. यानी की ग्राहकों और जमाकर्ताओं की राशि का भुगतान होगा।
सारे ग्राहक और जमाकर्ता बैंक के बंद होने पर DICGC से अपनी जमा राशि की 5 लाख रुपये तक की जमा बीमा दावा राशि प्राप्त करने का हकदार होगा. 13 सितंबर, 2022 तक, DICGC ने कुल बीमित जमा राशि का 193.68 करोड़ रुपये पहले ही भुगतान कर दिया है, और जल्द ही पूरी राशि का भुगतान भी हो जायेगा। इससे साफ है कि ग्राहकों को कोई भी नुकसान होगा।
रुचि कुमारी