जश्न-ए-आज़ादी: कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक दिखी तिरंगे की शान…लखपति दीदी और 15 हजार करोड़ की विश्वकर्मा योजना का एलान
जश्न-ए-आज़ादी देशभर में मनाई जा रही है. पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया. इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत मेरे परिवारजन के नाम से देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लखपति दीदी और 15 हजार करोड़ की विश्वकर्मा योजना का एलान किया. पीएम के 90 मिनट के भाषण में क्या खास बातें रहीं, आइए जानते हैं.
जश्न-ए-आज़ादी का भाव बेहद जरूरी है क्योंकि आजादी बड़े और कड़े संघर्ष और बलिदान के बाद मिली है. देश आजादी का जश्न मना रहा है. पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया. इस दौरान उन्होंने डेढ़ घंटे तक भाषण दिया.
पीएम के भाषण की मुख्य बातें
पीएम मोदी ने कहा की देश को तीन बुराइयों से आजादी की जरूरत है- ये बुराइयां हैं भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण. ये बुराईयां लोकतंत्र के लिए खतरा है. इन्हें दूर करना ही होगा.
उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है. नए संसद भवन का भव्य निर्माण हमने समय से पहले पूरा करके दिखाया है. हमारी सरकार निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूरा करती है. ये नया भारत है जो आत्मविश्वास से भरा है…ये भारत ना रुकता है, न थकता है, न हंफ्ता है और न ही हारता है.
पीएमम ने गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का भी एलान किया. इस योजना के तहत आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिलाओं को सशक्त किया जाएगा. एग्रीकल्चर फील्ड में टेक्नोलॉजी लाई जाएगी. ड्रोन की सर्विस उपलब्ध कराई जाएगी इसके लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.
विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर अगले महीने पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की जाएगी. विश्वकर्मा योजना में 15 हजार करोड़ रुपये लगाएंगे. इससे पारंपरिक कौशल वाले लोगों को और मजबूती मिलेगी.
मणिपुर हिंसा के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर के साथ पूरा देश खड़ा है. शांति के साथ हल जल्द निकलेगा.
मैं वापस आऊंगा-पीएम
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने ये भी एलान कर दिया कि वे अगले साल फिर लाल किले से आकर ध्वजारोहण करेंगे और देश को अपनी सरकार की उपलब्धियां बताएंगे. अब ये उनका आत्मविश्वास है या है अति आत्मविश्वास ये तो 2024 के चुनाव परिणाम बताएंगे.
अपना भाषण समाप्त करते हुए पीएम मोदी ने कविता भी सुनाई. ये कविता है
‘चलता-चलाता काल चक्र, अमृत काल का भाल चक्र, सबके सपने अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीति नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम.’