गतिशक्ति विश्वविद्यालय ने फ्रांस की इस कंपनी के साथ किया करार..छात्रों को ट्रेनिंग और प्लेसमेंट के लिए किया जाएगा तैयार
गतिशक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना रेलवे, विमान इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के क्षेत्र में विशेष पढ़ाई के उद्देश्य से की गई है. इस केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर रेलवे मिनिस्टर अश्वनी वैष्णव है. उन्होंने हाल ही में फ्रांस की एक एअरबस कंपनी के साथ करार किया जिससे यहां के छात्रों को कैसे फायदा मिलेगा, आइए जानते हैं
गतिशक्ति विश्वविद्यालय एक सेंट्रल यूनीवर्सिटी है जो गुजरात के वड़ोदरा में स्थित है. यहां पर रेलवे इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट से संबंधित अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल के कोर्स होते हैं. इस यूनीवर्सिटी ने फ्रांस की एक एयरबस कंपनी के साथ एग्रीमेंट किया है.
फ्रांस की एयरबस कंपनी के साथ एग्रीमेंट
गतिशक्ति विश्वविद्यालय की ‘गति’ की रफ्तार और तेज होने वाली है. दरअसल इस यूनीवर्सिटी ने फ्रांस की एक एयरबस के साथ समझौता किया है. इससे वैमानिकी के क्षेत्र में इंजीनियरिंग के नई कोर्सेज के डिजाइन में मदद मिलेगी. वहीं ये कोर्स करने वाले छात्रों को ट्रेनिंग और प्लेसमेंट में मदद मिलेगी
गतिशक्ति विश्वविद्यालय के चांसलर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव हैं. उन्होंने एयरबस इंडिया के प्रेसीडेंट रैमी मेलार्ड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए । इसके अनुसार एयरबस कंपनी के टेक्निकल प्रोफेशनल्स इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स के साथ मिल नए कोर्सेज को डिजाइन करेंगे
वहीं इस मौके पर एयरबस इंडिया के प्रेसीडेंट रैमी मेलार्ड विमान ने कहा कि उनकी कंपनी भारत में विमान बनाएगी और इसका निर्यात भी किया जाएगा इसके लिए प्रोफेशनल्स की जरूरत इस गतिशक्ति विश्वविद्यालय से पूरी की जाएगी।
इसके अलावा छात्रों को पढ़ाने एयरबस एकेडमी फ्रांस के टीचर्स और इस कंपनी में काम करने वाले प्रोफेशनल्स भी आएंगे जिससे छात्रों की टीचिंग और ट्रेनिंग बेहतरीन तरीके से होगी।
15 हजार छात्रों का होगा प्लेसमेंट- रेलमंत्री
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मौके पर कहा कि 15 हजार टैलेंटेड स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग और प्लेसमेंट का मौका मिलेगा. ये मौका छात्रों को वडोदरा में स्थापित एयरबस और टाटा की साझीदारी से बनने वाले सैन्य और असैन्य परिवहन विमानों के निर्माण में मिलेगा.
रेलमंत्री ने ये भी कहा आने वाले दिनों में ऐसे और भी कई समझौते किए जाएंगे. इसके लिए अलस्टॉम, सीमेंस, डायचे बान जैसी कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन तैयार करने की कोशिश की जा रही है।
विश्वविद्यालय शुरु करेगा नए कोर्सेज
गतिशक्ति विश्वविद्यालय में हाईस्पीड रेलवे, मेट्रो, वैमानिकी के साथ साथ शिपिंग, पोतपरिवहन, नौवहन, ट्रकिंग, लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों के लिए विशेष कोर्सेज शुरु किए जाएंगे.
इन सभी क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की कमी को दूर करने के लिए ये कोर्स मददगार होंगे. इसे ऐसी यूनीवर्सिटी बनाने की कोशिश है जहां पर छात्रों का कोर्स पूरा होने के बाद ही उन्हें ऑन जॉब ट्रेनिंग और प्लेसमेंट मिले
इस समय गति शक्ति विश्वविद्यालय में बीटेक और एमबीए के कोर्सेज चल रहे हैं. इन कोर्सेज में एडमिशन ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) के जरिए होती है.
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