‘निपाह वायरस’ केरल में बरपा रहा है ‘क़हर’…लोगों को लग रहा है ‘कोरोना’ जैसा डर
'निपाह वायरस' के केरल में बढ़ते प्रकोप ने एक बार फिर लोगों को कोरोना की याद दिला दी है. केरल में लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. केरल सरकार ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अधिकारियों के साथ हाईलेवल की मीटिंग की और राज्य के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्डों तैयार रखने को कहा है. उधर केंद्र सरकार इसको लेकर क्या कर रही है, आइए जानते हैं.
‘निपाह वायरस’ का खतरा केरल में बढ़ता जा रहा है. कोझिकोड जिले में कई प्रभावित लोगों को सुपर रिस्क की सूची में डाल दिया था. इसके लिए कई सैंपल्स को जांच के लिए भेजा गया है.
केरल की हेल्थ मिनिस्टर ने की हाईलेवल मीटिंग
राज्य में ‘निपाह वायरस के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए केरल की वीना जॉर्ज ने सीनियर ऑफिशियल्स के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इसमें उन्होंने अधिकारियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में सभी तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
साथ ही में अस्पताओं में आइसोलेशन वार्डों को भी तैयार रखने को कहा गया है वहीं पर्याप्त संख्या में मेडिसन और अन्य मेडिकल सामाग्री को रखने को कहा गया है.
इसके साथ ही ‘निपाह वायरस’ से निपटने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे के वैज्ञानिकों के साथ मोबाइल लैब टीम भी केरल के कोझीकोड पहुंची.
केरल में ‘निपाह वायरस’ से प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक लगभग 1 हजार लोग इससे प्रभावित हुए हैं जिनमें से लगभग 250 लोग रिस्क ज़ोन में है.
कोझिकोड में फिलहाल सभी स्कूल-कॉलेज में छुट्टी का एलान किया गया है। वहीं ऐहतियात के तौर पर केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है।
कोझीकोड में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा जिले में 24 घंटे चलने वाले एक कंट्रोल सेंटर की स्थापना भी कई गई है। निपाह वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं।
केंद्र सरकार भी हुई अलर्ट
‘निपाह वायरस’ के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट हो गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर रखी हुई है और केरल को सभी जरूरी मदद दी जा रही है
उन्होंने कहा कि सरकार इस रोग के फैलने से रोकने के लिए जरूरी उपाय किए गए हैं. केन्द्र और आई. सी. एम. आर.- एचआईवी के उच्च स्तरीय दल, बी एसएल-3 प्रयोगशालाओं के मोबाइल यूनिट के साथ कोझिकोड पहुंच गये हैं और ये दल ग्राउंड टेस्टिंग करेंगे।
क्या है ‘निपाह वायरस’?
डॉक्टरों के मुताबिक ‘निपाह वायरस’ एक जूनोटिक वायरस है जो संक्रमित जानवरों से इंसानों में फैल सकता है या फिर दूषित भोजन से भी हो सकता है. ये एक संक्रामक वायरस है जो यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इसके की बात करें इसमें तेज बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी शामिल हैं, कई बार दिमाग में सूजन आ जाती है।
एजेंसियां