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आत्मनिर्भर भारत- 75 साल में पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप से दी गई सलामी, जानिए क्या है इस तोप की खूबी?
नई दिल्ली. स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री को हर साल लाल किले से 21 तोपों की सलामी दी जाती है। देेश की आज़ादी के 75 वर्ष हो गए लेकिन पहली बार लाल मेड इन इंडिया यानि स्वदेशी तोप ATAGS से सलामी दी गई. क्या है इस तोप की खूबियां है? आइए जानते हैं.
स्वदेशी तोप से सलामी
लाल किले पर में हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पहली बार स्वदेशी तोप ATAGS 21 तोपों से सलामी दी गई है। इससे पहले हमेशा ब्रिटिश निर्मित तोपों से ही सलामी दी जाती रही है. इस तोप को डीआरडीओ ने विकसित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तिरंगा फहराने के तुरंत इस तोप से सलामी दी गई।
क्या है ATAGS तोप की खूबी?
- इसमें मेड-इन-इंडिया आर्टिलरी गन का प्रयोग किया गया था.
- इन तोपों को डीआरडीओ की आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैबलिशमेंट, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, महिंद्रा डिफेंस नेवल सिस्टम और भारत फोर्ज लिमिटेड ने मिलकर बनाया है।
- इस तोप को डीआरडीओ की पुणे स्थित सुविधा आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान में निर्मित किया गया था।
- इन तोपों का राजस्थान के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया गया है. पहली बार, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 21 तोपों की सलामी के लिए एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) प्रोटोटाइप नामक घरेलू होवित्जर तोप का उपयोग किया गया है।