Cricket Updates: 25 सालों से जिंबाब्वे में जीतने का रिकॉर्ड कायम रखेगी टीम इंडिया, पहले वन डे में इतने विकेट से जिंबाब्वे को हराया?
नवेंदु शेखर झा, स्पोर्ट्स डेस्क
टीम इंडिया पिछले 25 सालों से जिंबाब्वे में एक भी सीरीज नहीं हारी, अपने इस रिकॉर्ड को कायम रखते हुए 3 वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में इंडिया ने जिंबाब्वे को 10 विकेट से हरा दिया है. आइए जानते हैं कैसा रहा है गेंदबाजों और बल्लेबाजों का प्रदर्शन?
शानदार बल्लेबाजी से मिली जीत
जिंबाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने सिर्फ 189 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे भारतीय टीम ने बिना विकेट खोए 10 ओवर शेष रहते ही हासिल कर लिया और 1-0 की बढ़त भी ले ली। शुभमन गिल और शिखर धवन ने शानदार बल्लेबाजी की. इस तरह से लगभग एकतरफा मुकाबले में इंडिया ने बड़ी जीत हासिल की।
गेंदबाजों का दमदार प्रदर्शन
भारतीय टीम के कप्तान लोकेश राहुल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और कप्तान के इस निर्णय को गेंदबाजों ने सही कर दिखाया।
जिंबाब्वे को दीपक चहर ने इनोसेंट काइया के रूप में सातवें ओवर में ही शुरुआती झटका दे दिया और अपने अगले ही ओवर में मारूमनी को भी आउट कर दिया।
भारत की ओर से दीपक चहर, अक्षर पटेल, और प्रसिद्ध कृष्णा ने 3-3 विकेट लिए और मोहम्मद सिराज को भी एक विकेट मिला। पूरी जिंबाब्वे टीम महज 189 रन पर ऑल आउट हो गई। जिंबाब्वे की ओर से कप्तान रेजिस चक्काबा ने सर्वाधिक 35 रन बनाए।
शानदार रही धवन और गिल की साझेदारी
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही। दोनों बल्लेबाजों ने एक दूसरे का भरपूर साथ निभाया, जिसका नतीजा भारत ने लगभग 10 ओवर शेष रहते ही 10 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
भारत के लिए शिखर धवन ने 113 गेंदों पर 9 चौकों के मदद से 81 रन बनाए वहीं युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने 72 गेंदों पर 82 रन बनाए जिसमें 10 चौके और 1 छक्का शामिल था। दोनों टीमों के बीच अब मैच 20 अगस्त को हरारे में खेला जाएगा।
जिंबाब्वे के खिलाफ मिलती रही है जीत
जिंबाब्वे के खिलाफ भारत को जीत मिलने का इतिहास रहा है. साल 1998, 2013, 2015, और 2016 में भी भारत ने सीरीज अपने नाम किया था। 2016 के बाद 6 साल के बाद दोनों टीमें आमने-सामने थी.एक बार फिर भारत ने केएल राहुल की कप्तानी में सीरीज की शुरुआत जीत के साथ की है।
मौजूदा सीरीज में टीम के कप्तान रोहित शर्मा पूर्व कप्तान विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ी को आराम दिया गया है। इस बार युवाओं के पास अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने का सुनहरा मौका है क्योंकि आगामी एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया में 20-20 विश्व कप भी होना है।