ध्यान पर घमासान: कन्याकुमारी में पीएम मोदी का मेडिटेशन…विपक्ष को क्यों दे रहा है टेंशन?
देश में आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार थम चुका है. पीएम मोदी चुनावी दौरे के बाद अध्यात्मिक दौरे पर कन्याकुमारी निकल गए हैं. इससे पहले भी वे 2019 के चुनाव में केदारनाथ में ध्यान करने गए थे. विपक्ष के नेताओं ने मोदी के इस ध्यान पर आपत्ति क्यों दर्ज कराई है, आइए जानते हैं
नई दिल्ली. देश में आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को है. इससे पहले चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे पीएम मोदी कन्याकुमारी मैडिटेशन के रुप में ‘रेस्ट’ करने गए हैं. मोदी के ध्यान को लेकर विपक्ष परेशान हो गया है. इसे विपक्ष आचार संहिता का उल्लंघन बता रहा है आखिर मोदी की तपस्या से विपक्ष को क्या समस्या है?
कन्याकुमारी के रॉक मेमोरियल पर मेडिटेशन
प्रधानमंत्री मोदी कई बार सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि वे स्वामी विवेकानंद से बहुत प्रभावित रहे हैं. उन्होंने स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से बहुत कुछ सीखा है. शायद इसी का असर है कि इस बार उन्होंने मेडिटेशन के लिए कन्याकुमारी का रॉक मेमोरियल चुना है.
ये वही जगह है जहां पर स्वामी विवेकानंद ने 25 से 27 दिसंबर 1892 में ध्यान लगाया था. इसके चंद महीने बाद ही उन्होंने 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुई धर्म संसद में ओजस्वी भाषण दिया था जिसकी देश-विदेश में बहुत चर्चा हुई थी.
ख़बरों के मुताबिक पीएम मोदी का 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तर लगभग 48 घंटे ध्यान मुद्रा में रहेंगे. वे एंकात चित्त होकर मौन धारण करेंगे. इस दौरान वे सिर्फ नींबू-पानी का सेवन करेंगे.
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों के लिए 3 दिन तक रॉक मेमोरियल बंद रहेगा.
मोदी की तपस्या से विपक्ष को क्या है समस्या ?
वैसे धर्म, आस्था, पूजा-पाठ, ध्यान, योग, प्राणायाम ये हर किसी का व्यक्तिगत होता है लेकिन पीएम मोदी के इस निजी कार्यक्रम से विपक्ष को शिकायत इसलिए है क्योंकि विपक्ष को लगता है कि इससे आखिरी चरण में होने वाले चुनाव को वे अप्रत्यक्ष रुप से प्रभावित करेंगे.
इसीलिए विपक्षी नेताओं ने इसे चुनाव आचार संहिता का सरासर उल्लंघन बताया है. पश्चिचम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि कैमरे के सामने कौन सा ध्यान होता है अगर इसका लाइव टेलीकास्ट हुआ तो उनकी पार्टी इसकी शिकायत इलेक्शन कमीशन को करेगी.
वहीं कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी पीएम मोदी के ध्यान की आलोचना करते हुए कहा कि इसे नाटक और नौटंकी करार दिया है. बीजेपी ने इसे विपक्ष की घटिया मानसिकता कहा है.
एजेंसियां