UGC का नया नोटिफिकेशन..साल में अब 2 बार होंगे एडमिशन..साल बर्बाद होने का नहीं रहेगा टेंशन
यूनिवर्सिटी और कॉलेज में साल में 2 बार एडमिशन लेने की पॉलिसी यूजीसी ने बना ली है. UGC ने यूनिवर्सिटीज और हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में साल में दो बार एडमिशन प्रॉसेस शुरू करने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले से छात्रों पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं.
नई दिल्ली. अभी तक यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में एडमिशन मुख्य तौर पर जुलाई-अगस्त में होता था लेकिन अब इस सत्र से यूजीसी ने साल में 2 बार यानि जनवरी और जुलाई में एडमिशन लेने की पॉलिसी पर सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है। हलांकि ये अनिवार्य नहीं होगा. इच्छुक विश्वविद्यालय इस प्रॉसेसे को पूरी तैयारी करने के बाद अपना सकते हैं.
साल में 2 बार एडमिशन…साल बर्बाद होने की नो टेंशन
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी UGC के इस फैसले से हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में साल में दो बार एडमिशन लेने का मौका मिलेगा इससे उन छात्रों को बेहद राहत मिलेगी जिनका एडमिशन नहीं हो पाने की वजह से साल बर्बाद होने का डर रहता है.
कई बार किसी भी राज्य बोर्ड के रिजल्ट में देरी होती है तो कई बार किसी हेल्थ प्रॉब्लम या शादी-विवाह जैसे निजी कारणों के चलते छात्र एडमिशन लेने से रह जाते हैं तो इस नई पॉलिसी के तहत अब उन्हें फिर से एडमिशन लेने का मौका मिलेगा।
UGC के चेयरमैन के मुताबिक साल में 2 बार एडमिशन एडमिशन का फैसला छात्रों के हित में होगा वहीं कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव भी का आयोजन भी साल में दो बार किया जाएगा। ऐसे में छात्रों को रोजगार पाने के अवसर भी बढ़ेंगे.
कब से लागू होगा फैसला?
साल में 2 बार एडमिशन का ये फैसला इसी सत्र यानि साल 2024-25 से लागू हो जाएगा। साल में दो बार यानि जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में एडमिशन प्रॉसेस शुरु किया जाएगा।
इस फैसले पर UGC चेयरमैन ने कहा, ‘अगर इंडियन यूनिवर्सिटीज साल में दो बार एडमिशन देंगी, तो ये बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद होगा, जो बोर्ड रिजल्ट में देरी या किन्हीं अन्य कारणों से जुलाई-अगस्त सेशन में एडमिशन लेने से चूक जाते हैं।’
साल में दो बार एडमिशन प्रॉसेस को अपनाना सभी विश्वविद्यालयों के लिए अनिवार्य नहीं होगा। यूजीसी ने ये छूट दी है कि जब संबंधित संस्थान एडमिशन की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए सभी ज़रूरी तैयारियां कर लें तभी इस नई व्यवस्था को अपनाया जा सकता है.
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