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NEET का लीक हुआ पर्चा…बड़ा सवाल…. संसद में क्यों नहीं हो पाई चर्चा ?
NEET पेपर लीक का मुद्दा सड़क से लेकर संसद तक छाया हुआ है. लाखों मेडिकल छात्रों के साथ हुई धोखाधड़ी पर संसद में चर्चा होनी चाहिए लेकिन जिनका मकसद सिर्फ हंगामा करना हो वे सार्थक संवाद कहां करते हैं. आइए जानते हैं इस मामले पर किस तरह से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार हुई
नई दिल्ली. NEET का पर्चा लीक होने के बाद इस परीक्षा को रद्द करने की मांग सैकड़ों छात्र सड़कों पर कर रहे हैं वहीं संसद में भी इस मुद्दे पर संसद में भी जमकर संग्राम हो रहा है लेकिन सार्थक चर्चा क्यों नहींं हो पा रही.
हंगामें के बीच सदन सोमवार तक स्थगित
आज सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन थोड़ी देर बाद लगभग 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद जब 12 बजे फिर से लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो नीट मामले पर जमकर हंगामा हुआ इसके बाद दिनभर के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया।
नीट के मुद्दे पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि “इंडिया गठबंधन पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार के साथ चर्चा करना चाहता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें आज संसद में ऐसा करने नहीं दिया गया। यह गंभीर चिंता का विषय है। हम प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर बहस करने और छात्रों को वह सम्मान देने का आग्रह करते हैं, जिसके वे हकदार हैं।“
लोकसभा हो या राज्यसभा…दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद सदन को सोमवार तक स्थगित कर दिया गया । इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा में नीट पेपर लीक पर चर्चा की मांग करने के दौरान राहुल गांधी का माइक बंद कर दिया गया ।
लीक हुआ पर्चा…पर संसद में नहीं हुई चर्चा
नीट जैसा मुद्दा लाखों छात्रों के मेडिकल करियर से सीधा जुड़ा है. इस संवेदनशील मुद्दे पर सरकार और विपक्ष को चर्चा करनी चाहिए लेकिन दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं.
एक तरफ सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “पिछले 7 सालों में 70 से ज्यादा पेपर लीक होने की घटनाएं सामने आई हैं. इस संगठित भ्रष्टाचार को रोक पाने में मोदी सरकार नाकाम रही है इसीलिए वे नीट के मुद्दे पर चर्चा से भाग रहे हैं और मेरा माइक बंद कर रहे हैं लेकिन मैं छात्रों की आवाज उठाता रहूंगा
वहीं इस मुद्दे पर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि कांग्रेस का मकसद चर्चा करना है ही नहीं. उनका मकसद केवल सदन की कार्यवाही को बाधित करना है. शिक्षा मंत्री ने पहले ही नीट मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार का पक्ष साफ कर दिया है कि सरकार मामले की सीबीआई जांच कराएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.