Apple store: मुंबई के बाद दिल्ली में खुला एपल का स्टोर..CEO टिम कुक ने की PM मोदी से मुलाकात..देश को “मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग हब” बनाने पर हुई बात
Apple store मुंबई के बाद दिल्ली में खुल गए हैं. ये एपल कंपनी के लिए रणनीतिक तौर पर बड़ा कदम साबित हो सकता है तो वहीं भारत मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बन सकता है, आइए जानते हैं कि पीएम मोदी और एपल के सीईओ टिम कुक की मुलाकात कैसी रही?
Apple store देश में सबसे पहले मुंबई के काफी चहल पहल वाले बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में खोला गया. इसका उद्घाटन जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में किया गया। यह एप्पल के ग्राहकों के लिए काफी खुशी की बात है।
मुंबई के बाद दिल्ली में भी खुला Apple store
मुंबई के बाद अब दिल्ली के साकेत में भी एप्पल का स्टोर खोला गया। एपल के सीईओ एपल स्टोर की लॉन्चिंग के लिए भारत आए हैं। हाल ही में उन्होंने मुंबई में भारत का पहला एपल स्टोर लॉन्च किया है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में भी स्टोर की शुरूआत की.
दिल्ली के साकेत सेलेक्ट सिटीवॉक में बुधवार को स्टोर की ओपनिंग हुई। एंड्रॉयड के खिलाफ एप्पल यूजर्स के छोटे से बेस को बड़ा बनाने के लिए यह बहुत ज़रूरी था। ब्रांड का अनुसरण और एप्पल प्रोडक्ट के लिए छिपी हुई मांग को पहली बार अनुभव करने के लिए यह बहुत ज़रूरी था।
कंपनी के लिए आने वाले सालों में लाखों संभावित उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए यह बहुत ही बड़ा और मेहत्वपूर्ण कदम है। उद्घाटन के पहले दिन ही मुंबई के स्टोर में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली।
पीएम मोदी से टिम कुक ने की मुलाकात
दिल्ली में एपल के सीईओ टिम कुक ने पीएम मोदी से मुलाकात की और देश को मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनाने पर चर्चा हुई. कुक ने इस मीटिंग के बार में ट्वीट करते हुए कहा कि आपके टेक्नोलॉजी ड्रिवेन विजन से बहुत प्रभावित हूं. उन्होंने शानदार स्वागत के लिए पीएम को धन्यवाद दिया
कुक के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, ‘आपसे मिलकर काफी खुशी हुई टिम कुक। विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करके और भारत में हो रहे टेक-पावर्ड ट्रांसफॉर्मेशंस को हाइलाइट करके प्रसन्नता हो रही है।’
एप्पल का लोगों में क्रेज़ बढ़ा… तो कंपनी के मार्केट शेयर में हुआ इजाफा
आईएएनएस द्वारा एक्सेस किए गए डेटा से पता चलता है, स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग पुश और एक आगामी व्यापक खुदरा स्टोर रणनीति के बीच, एप्पल ने वित्त वर्ष 2022-23 में भारत में 7.5 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन और आईपैड भेजे.
वहीं मार्केट इंटेलिजेंस फर्म सीएमआर द्वारा उपलब्ध कराए गए शुरुआती अनुमानों की माने तो वित्त वर्ष 2023 में, एप्पल ने देश में 7 मिलियन से अधिक आईफोन और आधा मिलियन आईपैड भेजे, आईफोन शिपमेंट में 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
एप्पल की भारत में घरेलू विनिर्माण दर दोगुनी हो गई है, इस अवधि में देश में 8 मिलियन से अधिक आईफोन की बिक्री के साथ, टेक दिग्गज के वित्त वर्ष 23-34 में 6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की संभावना है.
लोगों का आईफोन के लिए क्रेज़ तो काफी देखने को मिलता है। ऐसे में एप्पल स्टोर की उपस्थिति कंपनी के मार्केट बेस के लिए भी फायदेमंद साबित होगी, साथ ही उपभोक्ताओं की संख्या में भी इजाफा होगा।
एप्पल के स्टोर से बढ़ेगा रोज़गार
एप्पल एक बहुत ही जानी मानी कंपनी है और इसका मार्केट बेस भी काफी बड़ा है। दुनिया भर में फैली हुई यह कंपनी अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी के लिए जानी जाती है। विदेशी कंपनियों के लिए काम करना कौन नहीं चाहता।
भारत में एप्पल स्टोर का खुलना हर तरह से देश के लिए फायदेमंद है। इससे ना सिर्फ देश की छवि अच्छी होगी बल्कि रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे। युवाओं के लिए विदेशी कंपनी के लिए काम करना बहुत बड़ी उपलब्धि साबित होगी।
रुचि कुमारी