फेक एडमिशन- नोएडा में कॉल सेंटर के जरिए दिला रहे थे मेडिकल कॉलेज में दाखिला…पुलिस ने दर्ज किया लाखों की ठगी का मामला….!!
नोएडा, एजेंसियां
देश में लाखों छात्र मेडिकल की पढ़ाई करके डाक्टर बनने का सपना देखते हैं. नोएडा में MBBS में एडमिशन दिलाने के लिए बाकायदा काल सेंटर खोलकर लोगों के साथ ठगी की गई है. ये मामला नोएडा सेक्टर-63 कोतवाली क्षेत्र का है इसके अंतर्गत ही वो काल सेंटर आता है जिसके जरिए ठगी को अंजाम दिया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित लोग काउंसिलिंग के लिए संबंधित कालेजों में पहुंचे वहां जब नहीं हुआ तो ये लोग काल सेंटर पहुंचे जो बंद पाया गया फिर पीड़ितों ने आरोपियों को फोन किया तो सबसे नंबर बंद पाए गए. इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ
पुलिस के मुताबिक सेक्टर-63 के डी ब्लाक से काल सेंटर चल रहा था। इसमें कई लड़कियों को कालिंग के लिए रखा गया था। इन लोगों ने फोन करके आगरा, दिल्ली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ सहित अन्य शहरों के मेडिकल कालेजों में एडमिशन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करके फरार हो गए.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह ने लोगों ने मेडिकल कालेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर किसी से 10, किसी से 20 तो किसी से 30 लाख रुपये ऐंठ लिए. 1 से 5 लाख रुपए तक बतौर एडवांस भी ले लिए थे। ज्यादातर लोगों से कैश में पैसा लिया गया तो वहीं कुछ लोगों से ऑनलाइन भी पैसे ट्रांसफर कराए थे।
फर्जी एडमिशन लेटर देकर हुए फरार
मे़डिकल कालेजों में एडमिशन दिलाने वाले इस गिरोह ने लोगों को दिखाने के लिए फर्जी एडमिशन लेटर भी दे रखे थे. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस संबंधित बैंक खातों को सीज कराने की तैयारी कर रही है। इस तरह के मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं.
पुलिस इस तरह के गिरोह में शामिल लोगों को अरेस्ट भी करती है फिर कुछ समय बाद ये छूट जाते हैं इसके बाद से नए तरीके से ये लोग जालसाजी करते हैं, ऑफिस और काल सेंटर खोलते हैं, लाखों की ठगी करते हैं फिर फरार हो जाते हैं।
मेडिकल में एडमिशन के नाम पर हो रही ठगी से कैसे बचें?
मेडिकल के किसी भी कोर्स में, किसी भी कालेज में एडमिशन लेना हो तो सबसे पहले जागरूक बनें. सरकारी हो या प्राइवेट मेडिकल कालेज, एडमिशन सिर्फ NEET एग्जाम के बाद होने वाली काउंसलिंग के जरिए ही होता है इसलिए
एमबीबीएस, बीएएमएस, बीडीए, बीएचएमएस, बीएससी नर्सिंग जैसे किसी भी मेडिकल के अन्य कोर्स में एडमिशन के लिए किसी के बहकावे और भटकावे में न आएं.
जनरल कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कटआफ 50 पर्सेंटाइल है जबकि एससी/एसटी के लिए कट ऑफ 40 पर्सेंटाइल की होती है। किसी भी सरकारी, निजी या डीम्ड मेडिकल कालेज में एडमिशन के लिए किसी भी तरह की डोनेशन नहीं चलती। इसलिए किसी भी तरह के लालच में न आएं। नीट की काउंसलिंग के जरिए ही सरकारी या प्राइवेेट मेडिकल कालेज में एडमिशन मिलता है इसलिए डोनेशन से एडमिशन न लें.
यदि आप किसी के प्रभाव में आकर भरोसा कर लेते हैं तो आफ अपना पैसा और समय दोनों खराब करेंगे। इससे बचने के लिए नीट की आफिशियल वेबसाइट पर जाएं. किसी भी तरह का डाउट होने पर दिए गए फोन नंबर्स पर बात करें, जरूरत पड़ने पर मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से भी संपर्क कर सकते हैं.