बॉलीवुड में करियर बनाने का है अरमान….तो किन बातों का रखें ध्यान…बता रहें कई बड़े स्टार्स के साथ काम कर चुके इश्तियाक खान
बॉलीवुड में एक्टर, डायरेक्टर, राइटर जैसे कितने ही रोल में अपना करियर बनाने का सपना लिए सैकड़ों लोग माया नगरी मुंबई आते हैं लेकिन इतना आसान नहीं होता. सलमान खान, गोविंदा, शाहरुख खान जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम कर चुके एनएसडी पास आउट इश्तियाक खान ने YT NEWS के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यु में बॉलीवुड के बारे में क्या बताया, आइए जानते हैं
बॉलीवुड एक ग्लैमरस दुनिया जिसे प्रभावित होकर लाखों युवा लोग यहां आना चाहते हैं लेकिन कितना लंबा संघर्ष है, मेहनत है और किस्मत ने साथ दिया तभी अपनी सफल पहचान बन पाती है. ये कहना है इश्तियाक ख़ान जिन्होंने कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है. पेश है इंटरव्यु के प्रमुख अंश।
आप मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. क्या शुरू से ही बॉलीवुड में करियर बनाने का सोच रखा था।
मुझे फिल्में और टीवी का देखने का बहुत शौक था. कॉलेज टाइम में मैंने डिसाइड कर लिया थी कि मुंबई जाकर अपनी पहचान बनाऊंगा. इसके बाद कॉलेज के थिएटर क्लब को ज्वाइन किया. इसके बाद मैंने दिल्ली का रुख किया. मैंने सुन रखा था कि दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा यानि एनएसडी में कई बड़े एक्टर्स ने ट्रेनिंग ली तो मैंने भी वहां के लिए कोशिश किया और उसमें कामयाब भी रहा.
कहते हैं दिल्ली के NSD में एडमिशन मिलना आसान नहीं है ? इसके लिए आपने क्या तैयारियां की
बिलकुल ये सच लगता है. NSD में एडमिशन मिलना आसान नहीं है. मनोज बाजपेई जैसे शानदार एक्टर ने अपने संघर्ष के दिनों में यहां पर एडमिशन के लिए कई बार कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए लेकिन उनकी सफलता ने प्रूव कर दिया कि एक्टर बनने के लिए जो बेसिक क्वालिटीज होनी चाहिए अगर वह आपके अंदर हैं और अगर आपने ठान लिया है कि अगर आपको एक्टर बनना है और आपके अंदर लंबा संघर्ष करने की झमता है तो आपको देर-सबेर सफलता मिलती ही है.
दिल्ली के बाद मुंबई में आपको कैसे ब्रेक मिला. बॉलीवुड में अपने संघर्ष के बारे में कुछ बताएं
बॉलीवुड में संघर्ष तो हर किसी को करना ही पड़ता है. जिन लोगों की पहले से कोई जान-पहचान या रिश्ते नातेदार यहां हैं उन्हें पहला ब्रेक पाने में थोड़ी आसानी होती है लेकिन जिनका कोई गॉडफादर नहीं है उन्हें तो मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. मैं भी आडिशन देने के लिए लंबी लंबी लाइनों में लगा. बहुत सारे रिजेक्शन मिले पर मैं हर किसी चीज से कुछ न कुछ सीखता गया. मुझे टीवी में काम करने के ज्यादा मौके मिले फिर फिल्मों में कदम रखा.
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आपने सलमान खान, गोविंदा, शाहरुख खान, अभिषेक बच्चन, राजकुमार राव जैसे कई स्टार्स के साथ काम किया है. उनके साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा ?
मैंने इन सभी लोगों के साथ बहुत कुछ सीखा है. मैंने लगभग सभी बड़े-बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के साथ काम किया है. मैंने सलमान भाई भारत फिल्म की हैं वहीं शाहरुख के साथ जीरो और गोविंदा के साथ भी कई फिल्में की हैं. इन सभी स्टार्स से हमेशा अच्छा फीडबैक मिला है. हमेशा बहुत अच्छे से हम जैसे कलाकारों से बात की. सेट पर हम सबने मिलकर काम किया.
आजकल OTT का दौर है. OTT प्लेटफॉर्म में बहुत से नए लोगों को मौका भी मिला है लेकिन इसके कंटेंट को लेकर कई बार सवाल उठते हैं आपको OTT पर सेंसरशिप के बारे में क्या कहना चाहेंगे?
हाल ही में लूडो नाम से एक नेटफ्लिक्स मूवी रिलीज हुई है जो लोगों को बहुत पसंद आ रही है. OTT पर नए एक्टर्स, राइटर्स, टेक्नीशियंस को मौका मिल रहा है. ये सबसे अच्छी बात है पर फिल्मों के लिए जब एक पूरा प्रासेस है तो फिर OTT के लिए होना चाहिए क्योंकि OTT देखने वालों की संख्या लाखों में से है. जैसे फिल्म में बहुत सारे सीन होते हैं जिसके अंदर जैसे अगर कोई स्मोकिंग कर रहा है ऐसे सीन को ज्यादातर हटा दिया जाता है कंसीडर नहीं किया जाता है तो इस तरह के सीन अगर ओटीटी प्लेटफॉर्म में भी अगर हट जाए तो बहुत अच्छी बात है. पर आजकल के बच्चे फेक आई डी बनाते हैं. ईमेल बनाकर अपने आप को 18 साल से ऊपर दिखाकर OTT का कंटेंटे देखते हैं जो उन पर कहीं न कहीं गलत असर डालता है. मैंने खुद OTT के लिए बहुत काम किया है.
आखिर में आपसे जानना चाहते हैं कि जिन लोगों का बॉलीवुड में करियर बनाने का अरमान है उनको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
सबसे पहले तो ये ध्यान रखें कि घर परिवार को भरोसे में लेकर इस फील्ड में आएं फिर स्कूल कॉलेज में होने वाले कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें. कोई न कोई थिएटर ग्रुप ज्वाइन कर लें. एनएसडी या पुणे के फिल्म इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने की कोशिश करें. वैसे तो दिल्ली, मुंबई में भी कई एक्टिंग इंस्टीट्यूट है जो लाखों की फीस लेते हैं इसलिए सोच समझकर एडमिशन लें.
इसके बाद ओटीटी, टीवी, फिल्में जहां भी मौका मिले ऑडिशन दें, एक बात का जरूर ध्यान रखें कि ग्लैमर से प्रभावित होकर यहां न आएं. लंबा और कड़ा संघर्ष करने का माद्दा हो तो ही आएं क्योंकि कई बार यहां किस्मत ऐसा कमाल दिखाती है कि बहुत जल्दी मौका मिल जाता है तो कई बार नहीं मिलता है. साथ ही अपने करियर का एक अल्टरनेट ऑप्शन जरूर रखें.
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