गाय को पूजने वाले देश में गऊ माता का हाल बेहाल, देश के 16 राज्यों में लंपी वायरस से 60 हजार गायों की गई जान, जानिए क्या इस वायरस की चपेट में आ सकता है इंसान?
दीपा मिश्रा
राजस्थान के बाद दिल्ली में भी लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि गोयला डेरी से 45, रेवला खानपुर एरिया से 40, घुम्मनहेड़ा एरिया से 21, नजफगढ़ एरिया से 16 मामले सामने आए हैं। दिल्ली सरकार ने पशु चिकित्सकों को संबंधित इलाको में तैनात करने की बात कही है.
16 राज्यों में फैला वायरस- केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री “पुरुषोत्तम रूपाला” ने कहा कि 16 राज्यों में लंपी वायरस फैल चुका है. सबसे अधिक “राजस्थान” इससे ज्यादा प्रभावित है। उन्होंने कहा कि सरकार गायों को बचाने के लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रही है.
रूपाला ने कहा कि इस बीमारी से गायों को बचाने के लिए सभी राज्यों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है. दिल्ली में कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसने काम करना शुरू कर दिया है.
दूध संकट पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री ?
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने जानकारी दी कि दूध संकट की स्थिति नहीं आने दी जाएगी. सबसे अधिक दूध गुजरात में होता है. वहां लंपी वायरस कंट्रोल कर लिया गया है. अमूल ने बताया है कि दूध के कलेक्शन पर कोई संकट नहीं है.
क्या है लंपी?
लंपी एक वायरस का नाम है जिससे मवेशियों को संक्रामक बीमारी होती है. इसे कैपरी पॉक्स वायरस भी कहते हैं. मच्छर, मक्खियां, जूं और ततैया आदि कीट इस बीमारी के रोगवाहक के रूप में काम करते हैं.
दूषित भोजन-पानी के सेवन से भी लंपी वायरस का संक्रमण फैलता है. इस वायरस से संक्रमित पशुओं की खाल पर गाठें पड़ जाती हैं फिर उनमें घाव हो जाते हैं.
इस वायरस से संक्रमित पशुओं में बुखार आना, नाक बहना, अधिक लार बहना और आंख आना इसके अन्य लक्षण हैं. इस बीमारी ने कई गायों की जान ले ली है और बहुत तेजी से फैल रहा है।
क्या है लंपी वायरस का इलाज?
पशु चिकित्सकों के अनुसार अभी इस बीमारी का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है लेकिन “गोट पॉक्स” वैक्सीन इसके उपचार के रुप में प्रयोग किया जा रहा है.
इस वैक्सीन की डोज पशुओं में संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. इसके अलावा संक्रमित मवेशियों को अलग रखने के लिए कहा जाता है.
क्या इंसानों में फैल सकता है लंपी वायरस?
डॉक्टरों के मुताबिक, लंपी वायरस स्किन डिजीज पशुओं में फैलने वाली बीमारी है. यह गाय, भैंस, बकरी और भेड़ में तेजी से फैल सकती है.
दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के डिपार्टमेंट ऑफ प्रिवेंशन हेल्थ एंड वेलनेस की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत के मुताबिक अगर इंसानों की बात करें तो उनमें लंपी वायरस का खतरा खतरा नहीं के बराबर है. लेकिन संक्रमित पशुओं के संपर्क में आने के बाद सभी लोगों को साबुन से अच्छी तरह हाथ धो लेने चाहिए. सावधानी रखने में कोई बुराई नहीं है
अपने पशुओं को इस संक्रमण से बचाने के लिए वैक्सीन लगवाएं, पशु चिकित्सक को दिखाएं, संक्रमित पशुओं को दूसरे मवेशियों से अलग रखें.