इंडिया के लिए ‘गोल्ड’न रहा ये कॉमनवेल्थ गेम्स-22 गोल्ड, 16 सिल्वर व 23 ब्रांज मेडल जीते- जानिए किस-किसने किया कमाल?
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. भारत ने 4 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इस तरह से भारत 22 गोल़्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मेडल के साथ कुल 61 मेडल लेकर चौथे स्थान पर है।
भारतीय तिरंगे को गर्व से ऊंचा लहराते हुए बैडमिंटन खिलाड़ियों ने तीन गोल्ड मेडल हासिल किए. पी.वी सिंधु ने वीमेंस सिंगल्स में और लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल में गोल्ड जीता वहीं मेंस डबल्स में सात्विक साइराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने फाइनल मुकाबला जीतकर गोल्ड हासिल किया। शानदार रहा पीवी सिंधु का प्रदर्शन पीवी सिंधु भारतीय बैडमिंटन की महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने वूमेंस सिंगल्स में गोल्ड मेडल मिला। वीमेन सिंगल्स मैच में सिंधु का पहला मैच मालदीव की फातिमा अब्दुल रज्जाक के साथ था और पीवी सिंधु ने उन्हें भी आसानी से मात दे दी। पीवी सिंधु ने फातिमा अब्दुल रज्जाक को 21-4, 21-11 के अंतर से मैच हराया। पीवी सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए दूसरे मुकाबले में युगांडा की हुसीना कुबुगाबे को भी हरा दिया। पीवी सिंधु ने हुसीना कुबुगाबे को 21-10, 21-9 के अंतर से हराया था। तीसरे मुकाबले में सिंधु का सामना मलेशिया की जिन वेई गोह के साथ था। इस मुकाबले में भी सिंधु ने 19-21, 21-14, 21-18 के अंतर से जिन वेई गोह को हरा दिया था। लक्ष्य सेन ने हासिल किया ‘लक्ष्य’ लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 20 साल की उम्र में ही इतिहास रच दिया। उन्होंने फाइनल में मलेशिया के जेई यंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में 19-21, 21-16 और 21-16 से हराया। उन्होंने दूसरे मैच में 21-9 से जीत हासिल की। तीसरे गेम में लक्ष्य ने 21-16 से जीत हासिल की. लक्ष्य सेन ने पहले बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में पी कश्यप ने 2014 में गोल्ड मेडल जीता था। बैडमिंटन में भारतीय जोड़ी ने खूब जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने एक बार फिर जता दिया कि भारतीय किसी से कम नहीं। बैडमिंटन में भारतीय जोड़ी ने इंग्लैंड की जोड़ी को हराकर गोल्ड अपने नाम किया। भारत के सात्विक-चिराग की जोड़ी ने यह मुकाबला 21-15, 21-13 के अंतर से जीता। बैडमिंटन में भारत की शानदार जोड़ी ने इंग्लैंड की जोड़ी को 21-15, 21-13 से हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। भारतीय जोड़ी ने मैच में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने पहले गेम को 21-15 के अंतर से आसानी से हरा दिया और मैच अपने नाम किया। पहले मैच की तरह ही भारतीय जोड़ी ने दूसरे मैच में भी शानदार प्रदर्शन किया उन्होंने दूसरा मैच भी 21-13 से हरा दिया और स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा किया। फिर एक बार भारतीय तिरंगा गर्व से लहराया। भारतीय जोड़ी ने डबल मैंस में, सिंगल वूमंस हॉकी में भारत को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 7-0 से हरा दिया। बधाई हो बधाई बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बधाई दी है। इन खिलाड़यों ने देश का नाम रोशन किया है. |