देश के पहले इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन को मिली मंजूरी, जानिए कैसे ये आपको कोरोना से बचाएगी?
नई दिल्ली. कोरोना का ख़तरा अभी तक पूरी तरह से टला नहीं है. कोरोना से निपटने के लिए अब एक और नई वैक्सीन आ गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि भारत बायोटेक ने देश की पहली नेजल वैक्सीन बनाई है जिसको ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है।
यह भारत का कोविड-19 वायरस के लिए पहला नाक से दिया जाने वाला टीका होगा।
इस नेजल कोविड वैक्सीन को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इमरजेंसी सिचुएशन में दी जा सकती है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसे लेकर खुशी जताई है। उन्होंने इसे कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए एक बड़ा कदम बताया।
कैसे हुआ ट्रॉयल?
भारत बायोटेक ने बताया कि इसका ट्रायल 3,100 लोगों पर देशभर में 14 जगहों पर एक साथ हुए थे। इसमें वालिंटियर्स को वैक्सीन की 2 डोज दी गई थी।
पिछले महीने ही वैक्सीन का फेज 3 का ट्रायल पूरा हुआ था। कंपनी के मुताबिक ये वैक्सीन बेहद असरदार साबित हुई है और ट्रायल के दौरान इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नज़र नहीं आए.
कोरोना से बचाएगी नेजल वैक्सीन
नेजल स्प्रे वैक्सीन को नाक से दिया जाता है। यह नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्यून तैयार करती है। कोरोना समेत हवा से फैलने वाली अधिकांश बीमारियां नाक से ही होती है क्योंकि सांस लेते समय हवा के साथ ऐसे वायरस नाक में चले जाते हैं इसलिए ये वैक्सीन नाक के अंदर मजबूत इम्युनिटी तैयारी करेगी जिससे कोई भी हवा के जरिए होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी.
क्या हैं नेजल वैक्सीन के फायदे?
- इंजेक्शन से छूटकारा मिल सकेगा, सुई सीरिंज की ज़रूरत नहीं पड़ेगी
- नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्यून तैयार होने से सांस से संक्रमण नहीं होगा
- बच्चों के वैक्सीनेशन में आसानी रहेगी
- इस वैक्सीन का उत्पादन बाकी वैक्सीन की तुलना में आसान है इसलिए दुनियाभर में डिमांड के अनुसार इस वैक्सीन को बनाकर सप्लाई किया जा सकेगा.
- मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार नेजल वैक्सीन का एक ही डोज पर्याप्त होगा. दोनों नॉस्ट्रिल्स में एक-एक बूंद ही डाली जाएगी.
- इसकी कीमत के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है कि मौजूदा वैक्सीन की कीमत से कम होगी.