दिल्ली में हुआ G20 समिट रहा सुपर हिट…मेहमानों की हिडेन सिक्योरिटी में ये एजेंसी रही सबसे HIT
दिल्ली में हुए G20 शिखर सम्मलेन का सफल समापन हो गया है. विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के सख्त इंतजाम कई स्तरों पर किए गए थे. इन्हीं में से एक स्तर है हाउस इंटरवेंशन टीम यानि HIT. आइए जानते हैं छुपे रुस्तम की तरह कैसे ये टीम सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती है?
दिल्ली में G20 शिखर सम्मलेन का सफल आयोजन हो चुका है. एक तरफ भारत की शानदार मेजबानी की विश्वभर में तारीफ हो रही है तो वहीं फुल प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी चर्चा हो रही है. वैसे तो होटल से लेकर आयोजन स्थल तक कई स्तरों तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे लेकिन हम आपको एक ऐसी हिडेेन सिक्टोरिटी एजेंसी के बारे में बता रहे हैं जिसके जवाब छुपे रुस्तम की तरह मुस्तैद रहे.
हाउस इंटरवेंशन टीम (HIT) के जवान रहे मुस्तैद
हाउस इंटरवेंशन टीम (HIT) के जवान भी मेहमानों की सुरक्षा में तैनात रहे. ये जवान पर्दे के पीछे रहकर अपना काम करते हैं. ये खास तरह का फोर्स है जो अंडरग्राउंड रहकर सुरक्षा में तैनात रहता है.
हिट फोर्स की शुरुआत मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद की गई थी. मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले ने देश दुनिया को दहला दिया था. 10 आतंकवादियों ने मुंबई को तीन दिनों तक बंधक बना लिया था. सैकड़ों लोग इस आतंकी हमले में मारे गए तो बहुत से लोग गंभीर रुप से घायल भी हुए.
इसके बाद सरकार ने एक ऐसे फोर्स बनाने के बारे में सोचा जिसमें जवानों की ट्रेनिंग ऐसी हो कि वे बिना दिखे छिपे अंदाज में होटल और बड़े आयोजन स्थल में रहकर दुश्मनों पर नजर रखते हुए लोगों की सुरक्षा कर सके. इसके बाद हाउस इंटरवेंशन टीम (HIT) का गठन साल 2008 में किया गया था.
23 फाइव स्टार होटलों में HIT रही सुरक्षा
जी-20 समिट में अमेरिका से लेकर जापान, फ्रांस जैसे कई बड़े देशों के प्रमुख दिल्ली आए. उनकी सुरक्षा में कोई चुक न हो. इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे.
हाउस इंटरवेंशन टीम (HIT) के जवानों को होटलों और उनके आस-पास के बिल्डिंग में तैनात किया जाता है ताकि किसी भी तरह की आतंकी हमले से अनहोनी से निपटा जा सके.
जी-20 समिट के दौरान दिल्ली और एनसीआर के 23 फाइव स्टार होटलों में इस फोर्स के जवानों को तैनात किया गया था. ये टीम खूफिया तरीके से काम करती है.
ये जवान होटल के किन कमरों में ठहरी है इसकी जानकारी सिर्फ इनके रिपोर्टिंग अफसर के अलावा किसी को नहीं होती. किसी भी तरह की अनहोनी या हमले की स्थिति में दुश्मन से निपटने के दौरान आपात स्थिति में ये दुश्मन को सीधे गोली मार सकते हैं जिसका आदेश इनको इनका रिपोर्टिंग अफसर देता है.
बुलेट प्रूफ जैकेट में होते हैं स्पेशल फोर्स के जवान
इस स्पेशल फोर्स के जवान बुलेट प्रूफ जैकेट में होते हैं. इस फोर्स में एनएसजी, दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बहादुर जवानों को शामिल किया गया है. इन जवानों के पास एडवांस्ड हथियार होते हैं जिनमें से इजरायली टैवर TAR-21 असॉल्ट राइफल, अमेरिकन ग्लॉक 17 पिस्तौल शामिल हैं