छत्तीसगढ़ में 12 जगहों पर कांग्रेसी नेताओं के यहां ED का छापा…बीजेपी-कांग्रेस के बीच जमकर हंगामा
कोयला घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय यानि ED ने छत्तीसगढ़ के 12 इलाकों में छापेमारी की है. कांग्रेस के रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले पड़े इस छापे ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, इस पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच किस तरह से घमासान मचा है, आइए जानते हैं
एजेंसियां, रायपुर 20 फरवरी.
ED ने कोयला घोटाले में कांग्रेस के नेताओं के घर और ऑफिस में छापेमारी की है. कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हीं नेताओं पर छापेमारी की गई है जो नया रायपुर में होने वाली कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियों में लगे हुए हैं.
बीजेपी विपक्षी दलों के खिलाफ कर रही है ED का दुरूपयोग
कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ED जैसी एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है. विपक्षी दलों के नेताओं पर इन एजेंसियों के माध्यम से दबाव बनाया जा रहा है. देश में अमृतकाल नहीं अघोषित आपातकाल लगा है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से बीजेपी परेशान है. अडाणी मुद्दे पर सरकार की पोल खुल गई है इसलिए हताशा में ईडी की छापेमारी करवाई जा रही है.
नए रायुपर में होना है कांग्रेस के अधिवेशन
छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन 24 से 26 फरवरी को होना है. इससे पहले ED ने प्रदेश में 12 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के घर छापा मारा है। सुबह 5 बजे से ईडी की टीम रायपुर में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के घर और दफ्तर पहुंची है। दस्तावेजों को खंगाल रही है। जांच पड़ताल कर रही है।
कानून के तहत ऐजेंसियां करती है काम-बीजेपी
वहीं ईडी की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने कहा है कि देश में ऐजेंसियां स्वतंत्र रुप से काम करती है. कोयला घोटाले पर ED कार्रवाई कर रही है. इसका बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है.
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने कहा है कि मोदी सरकार में जितने भी छापे पड़ रहे हैं वे सिर्फ विरोधी दलों के नेताओं पर ही पड़े हैं. बीजेपी के नेता कोई पाक-साफ नहीं है लेकिन किसी भी जांच एजेंसी ने ऐसे सत्ताधारी नेताओं के घर या आफिस में छापेमारी नहीं की जाती.