G-20 में अफ्रीकन यूनियन के शामिल होने का एलान…जानें इससे कैसे बनेगी ‘ताकतवर’ भारत की पहचान?
G-20 में अफ्रीकन यूनियन आधिकारिक रुप से शामिल हो गया है. चीन इसका क्रेडिट लेना चाहता था लेकिन पीएम मोदी ने कूटनीटिक सफलता लेते हुए आज अफ्रीकन यूनियन को जी 20 में स्थायी सदस्यता देने का एलान किया. आइए जानते हैं इससे भारत की पहचान एक उभरते हुए वैश्विक ताकत के रुप में कैसे बनेगी?
G-20 समिट की भव्य शुरूआत आज दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में हुई. G-20 के अध्यक्ष के रुप में भारत ने सबसे पहले अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष को स्थायी सदस्य के रुप में आमंत्रित किया. इसके बाद भारत का विश्व स्तर पर मजबूत कद बढ़ना तय माना जा रहा है.
शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष को उनके निर्धारित स्थान पर बैठाया.
क्या है G-20 ?
जी20 जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि ये 20 देशों का एक मजबूत संगठन है. इसमें भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
हर साल अध्यक्ष देश कुछ देशों और संगठनों को मेहमान के तौर पर आमंत्रित करता है. इसी के तहत जी20 के अध्यक्ष के रुप में भारत ने बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरीशिस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मेहमान के तौर पर बुलाया है.
कई अंतर्राराष्ट्रीय संगठनों को भी न्यौता
जी20 के अध्यक्ष के रुप में भारत ने कई बड़े अंतर्राराष्ट्रीय संगठनों को भी न्यौता दिया है. इनमें से यूएन, आईएमएफ, डब्ल्यूबी, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ, आईएलओ, एफएसबी और ओईसीडी शामिल हैं. इसके अलावा अफ्रीकी यूनियन यानि एयू, एयूडीए-एनईपीएडी और आसियान, आईएसए, सीडीआरआई और एडीबी को भी अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के रूप में विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है.
G20 के सफल आयोजन से भारत की बढ़ेगी ताकत?
विदेश मामलों के कई जानकारों के मुताबिक G20 के सफल आयोजन से भारत की ताक़त बढ़ेगी. अफ्रीकन यूनियन के G20 में शामिल करने को लेकर भारत को कूटनीतिक फायदा मिलेगा. जो फायदा रुस और चीन लेना चाहता था वह अब भारत को मिलेगा.
भारत ने दुनिया का तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। G20 के सफल आयोजन से भारत को इस संकल्प को सिद्धि मिलेगी. इसके अलावा विश्व स्तर पर भारत की पहचान एक बड़ी ताकत के रुप में बनेगी।
G20 के सफल आयोजन से न सिर्फ भारत की ताकतवर पहचान विश्व में बनेगी बल्कि इससे बीजेपी की ताकत देश के अंदर बढ़ेगी. इस सफल आयोजन का श्रेय लेते हुए बीजेपी आने वाले चुनावों में जनता के बीच जाएगी
बीजेपी जनता को ये विश्वास दिलाएगी कि मोदी जी की वजह से इतना बड़ा आयोजन हुआ और भारत विश्वस्तर पर मजबूत ताकत के रुप में उभरा. इसलिए बीजेपी को वोट देकर केंद्र में मोदी की सरकार बनाएं ताकि अपना देश विकसित देश बन जाए. अब सच में इस आयोजन का फायदा बीजेपी को चुनावों में मिलेगा या नहीं, ये तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे.
एजेंसियां