गोरखपुर यूनीवर्सिटी ने दूर की छात्रों की शिकायत…जानें छात्रों को किस तरह से दी राहत?
गोरखपुर यूनीवर्सिटी ने अपने यहां के छात्रों की लंबे समय से चली आ रही शिकायत को दूर कर दिया है. दरअसल छात्रों का आरोप है कि उनका न तो सिलेवस पूरा होता है न तो सही से पढ़ाई पूरी होती है और मिड टर्म एग्जाम आ जाते हैं तो इस पर वीसी पूनम टंडन ने किस तरह से छात्रों को राहत दी,आइए जानते हैं.
गोरखपुर यूनीवर्सिटी के स्टूडेंट्स को मिड टर्म की परीक्षा से राहत मिलेगी. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और इससे संबंद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को बड़ी राहत मिली है.
छात्रों को मिड टर्म एग्जाम से मिली राहत
दरअसल इस विवि के छात्रों की लंबे समय से शिकायत थी कि उनके एडमिशन प्रॉसेस पूरा होने के 1-2 महीने बाद ही मिड टर्म की परीक्षाएं आ जाती हैं. इससे न तो सिलेवस पूरा हो पाता है और न ही वे सही से पढ़ पाते हैं.
दरअसल ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन का एडमिशन प्रोसेस ही अगस्त तक चलता है ऐसे में सितंबर या अक्टूबर में मिड टर्म में एग्जाम आ जाते हैं ऐसे में छात्रों को पढ़ाई का समय ही नहीं मिल पाता है।
इस समस्या का कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने संज्ञान लिया और उन्होंने एग्जाम सेल और विवि के बाकी के प्रोफेसर्स के साथ मीटिंग की इसके बाद उन्होंने छात्रों से भी बात की.
इसके बाद मिड टर्म एग्जाम को खत्म करने का फैसला किया गया. इससे 30 सितंबर से होने वाली परीक्षाएं नहीं होंगी. दरअसल इससे पहले यानि साल 2021 और 2022 में मिड टर्म की परीक्षाओं को अनिवार्य कर दिया गया था जिसे अब बदल दिया गया है.
यह फैसला लिया गया कि अब मिड की परीक्षाओं को रद्द किया जाएगा जिससे परीक्षा देने का तनाव भी काम होगा और बच्चों की पढ़ाई के लिए 2 महीने का अतिरिक्त समय मिलेगा।
पूजा प्रसाद, एजुकेशन डेस्क