सरकार की नहीं मान रहे थे चेतावनी… इन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बैन की हुई कार्रवाई
सरकार की लंबे समय से अश्लील और गलत चरित्र-चित्रण करने वाली वेबसीरीज पर नजर थी. सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ओटीटी प्लेटफॉर्म को चेतावनी भी दी थी लेकिन कोई असर नहीं होते देख आखिरकार सरकार ने 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और 57 सोशल मीडिया हैंडलर्स पर बैन लगा दिया है वहीं इसके पक्ष और विपक्ष में बहस भी तेज हो गई है कि आखिर कई बड़े प्रोडक्शन हाउस वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म ऐल्ट बाला जी, उल्लू, जैसे ऐप पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
नई दिल्ली. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई करते हुए 18 तथाकथित ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगा दिया है. इन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर आरोप है कि अपने कंटेंट के जरिए अश्लीलता और वल्गर कंटेंट को बढ़ावा देते हैं जिससे युवाओं खास तौर पर टीन एजर्स बच्चों पर गलत असर पड़ता है.
चेतावनी नहीं मानने पर हुई कार्रवाई
सरकार की ओर से सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कई बार ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को उनके आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर चेतावनी दी थी. सरकार को इस बारे में कई शिकायतें भी मिली हैं जिसके बाद 18 प्लेटफार्मों पर बैन लगा दिया गया है।
वेबसाइट्स और ऐप्स पर भी लगा बैन
सरकार ने इन 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म ही नहीं, बल्कि इन प्लेटफॉर्मों से जुड़ी 19 वेबसाइटों, 10 ऐप्स जिनमें से Google Play Store पर 7 ऐप्स और Apple App Store पर 3 ऐप्स मिलाकर कुल 57 सोशल मीडिया हैंडल्स पर बैन की कार्रवाई की गई है.
किस कानून के तहत हुई कार्रवाई?
इन प्लेटफार्मों पर बैन आईटी एक्ट अर्थात सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत किया गया है। प्रतिबंध लगाने के फैसले से पहले कई और विभाग और मंत्रालयों की राय भी ली गई है।
सबका यही मानना था कि ये प्लेटफॉर्म्स बच्चों पर बेहत गलत प्रभाव डालते हैं. इसके अलावा इनकी कहानियों में रिश्तों को कलंकित करने वाले दृश्य थे।
इनकी कहानियों में रिश्तों की मर्यादा को तार तार करते हुए दिखाया गया है. कई वार्निंग के बाद भी इन प्लेटफॉर्म्स ने ऑबसीन कंटेंट नहीं हटाए। इसीलिए इन्हें पूरी तरह से बैन किया जाना चाहिए
किन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर हुई कार्रवाई?
- ड्रीम फिल्म्स
- वूवी
- येस्समा
- अनकट अड्डा
- ट्राई फ्लिक्स
- एक्स प्राइम
- नियॉन एक्स वीआईपी
- बेशर्म्स
- हंटर्स
- रैबिट
- एक्स्ट्रामूड
- न्यूफ्लिक्स
- मूड एक्स
- मॉजफ्लिक्स
- हॉट शॉट वीआईपी
कई अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बैन की मांग?
इस मामले पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि उल्लू, हंगामा, एल्ट बाला जी जैसे कई मेनस्ट्रीम ऐप है जिनका कंटेट आपत्तिजनक है इसके बाद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. सरकार को निर्धारित पैरामीटर्स को नहीं मानने वाले सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर कार्रवाई करनी चाहिए